मथुरा 12 नवंबर। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कान्हा की नगरी मथुरा में आ रहे है। दरअसल, ब्रज तीर्थ विकास परिषद 14 नवंबर से 2 सप्ताह तक चलने वाले ब्रजरज उत्सव का आयोजन करेंगी। इस बार यह उत्सव महान कृष्णभक्त मीराबाई की 525 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। इस उत्सव में सहभागी बनेंगे पीएम मोदी 23 नवंबर को कान्हा की धरा पर आ रहे हैं।
परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नगेंद्र प्रताप ने इस पूरे कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से हर साल आयोजित होने वाला ब्रजरज उत्सव मथुरा ही नहीं, आसपास के जिलों के कलाकारों के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करता है। इस वर्ष ब्रजरज उत्सव दीपावली के ठीक बाद 14 से 27 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा, जो कि कृष्ण भक्त मीराबाई की 525 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। नृत्य नाटिका का आयोजन इस उत्सव का मुख्य आकर्षण होगा। जिसमें फिल्म अभिनेत्री तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थानीय सांसद हेमामालिनी मीराबाई के किरदार में नजर आएंगी।
इस ब्रजरज उत्सव में पीएम मोदी भी शामिल होने के लिए आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी सांसद हेमा मालिनी की प्रस्तुति को देखेंगे। अभी प्रधानमंत्री कार्यालय से विधिवत कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। शनिवार को डीएम व एसएसपी ने कार्यक्रम स्थल रेलवे मैदान पर तैयारियों का जायजा लिया। पीएम के आगमन से पहले सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है। पहले प्रधानमंत्री के 25 नवंबर को आने की सूचना थी, लेकिन शनिवार को 23 नवंबर को आने की सूचना मिली। सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में आने की सहमति मिली है, उसी के मुताबिक तैयारियां की जा रही हैं।
इस वर्ष ब्रजरज उत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण हेमामालिनी की टीम द्वारा मीराबाई की थीम पर नृत्य नाटिका की वह खास प्रस्तुति होगी। जिसमें वह भगवान श्रीकृष्ण के प्रति मीराबाई के समर्पण, भक्ति और विरह को अपनी भाव-भंगिमाओं से प्रदर्शित करेंगी। यह कार्यक्रम 17 नवंबर को होगा। ब्रजरज उत्सव का आयोजन मुख्यतः रेलवे के मैदान पर किया जाएगा। जबकि 15, 16 व 17 नवंबर के मुख्य कार्यक्रम पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागार, उप्र पं. दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान में प्रस्तुत किए जाएंगे।