मेरठ 21 नवंबर (प्र)। एनसीआर में फिर से प्रदूषण बढ़ गया है। प्रदूषण के चलते हाल बेहाल हो गया है। देश के प्रदूषित शहरों में मेरठ सोमवार को देश में पांचवा और एनसीआर में पहले स्थान रहा है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 दर्ज किया गया, जो एनसीआर में सबसे ज्यादा रहा है। दिन भर स्मॉग के छाने से सांसें पर भी संकट बना हुआ है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी बुलेटिन में देश के 238 शहरों की सूची में मेरठ पांचवे स्थान पर रहा है। जबकि एनसीआर में पहला स्थान रहा है। देश में हनुमानगढ़ 419, बेगुसराय 361 बहादुरगढ़ 371 बीकानेर 367 मेरठ 353 दर्ज किया गया, जबकि एनसीआर में पहले स्थाना रहा है और दूसरा स्थान दिल्ली 350 दर्ज किया गया।
सोमवार को सुबह से लेकर शाम तक तक शहर से लेकर देहात तक स्मॉग छाया रहा। एनसीआर में मेरठ का प्रदूषण सोमवार को सबसे अधिक रहा। प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कते महसूस की गई। अस्थमा और दमा के रोगियों को खासकर परेशानी देखने को मिली। समय रहते अगर प्रदूषण पर रोकथाम नहीं की गई तो आने वाले दिनों में इसके परिणाम दुरगामी होगें और लोगों के जीवन पर इसका बुरा असर देखने को मिलेगा।
सर्दी के मौसम में अधिक तर प्रदूषण का प्रकोप बढ़ जाता है, लेकिन इस बार हरियाणा और पंजाब में पराली जलने के कारण जहां प्रदूषण बढ़ा। वही मेरठ के देहात इलाकों में गन्ने के कोल्हुओं में जल रही पालीथिन और शहर के अंदर खटारा वाहनों के दौड़ने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। यह प्रदूषण थमने का नाम नहीं ले रहा है। दीपावली के बाद से तो यहां प्रदूषण का प्रकोप लगातार बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। मेरठ के गंगानगर और पल्लवपुरम के अलावा जयभीमनगर में सोमवार को प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब रही।
शहर में सबसे ज्यादा बेगमपुल प्रदूषित रहा है। यहां का एक्यूआई 410 दर्ज किया गया। इसके अलावा जयभीमनगर 357, गंगानगर 340, पल्लवपुरम 349, दिल्ली रोड 390 दर्ज किया गया। दिन भर छाये रहे स्मॉग के चलते आंखों में भी जलन महसूस की गई। दिन भर शहर की हवा खराब रही है, शाम होते होते हवा और भी खराब हो गई। हालांकि अगर प्रदूषण के आंकड़ों पर निगाह डाली जाए तो उससे साफ है कि एनसीआर में सोमवार को मेरठ का प्रदूषण सबसे अधिक रहा है। मेरठ के तीन स्थानों पर भी प्रदूषण के हालात खराब है। ऐसे में सांस लेने भी दुभर हो जाएगा। इसलिए इसकी रोकथाम होना बेहद आवश्यक है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में सर्दी का एहसास बढ़ेगा। कोहरे का भी भयंकर प्रकोप देखने को मिलेगा। राजकीय मौसम वैधशाला पर सोमवार को 26.4 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अधिकतम आर्द्रता 89 एवं न्यूनतम आर्द्रता 49 प्रतिशत दर्ज की गई। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही के अनुसार आसमान में अत्यधिक प्रदूषण के कण होने के कारण धुंध का असर रहा है। नवंबर के महीने में सर्दी का प्रकोप बढ़ेगा। जिसके चलते कोहरे का भी असर बढ़ेगा और लोगों को परेशानी होगी।