Friday, November 22

यूपी की बेटी का नाम सबसे लंबे बालों के लिए गिनीज बुक में हुआ दर्ज

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प्रयागराज 05 दिसंबर। किसी की खूबसूरती में बाल अहम भूमिका निभाते हैं. इनका ख्याल रखने के लिए लोग हर महीने हजारों रुपये खर्च करते हैं. लेकिन क्या हो कि अगर इन्हीं बालों के बल पर कोई वर्ल्ड रिकॉर्ड बना ले तो सुनने में शायद थोड़ा अजीब लगे, लेकिन प्रयागराज में कुछ ऐसा ही हुआ है. यहां की स्मिता श्रीवास्तव ने विश्व में सबसे लंबे बालों को रखने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है. स्मिता श्रीवास्तव के लंबे बालों का रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है. प्रयागराज के अल्लापुर में रहने वाली 46 साल की स्मिता श्रीवास्तव के बालों की लंबाई 236.22 सेंटीमीटर यानी 7 फीट 9 इंच है.

स्मिता श्रीवास्तव बताती हैं कि बचपन से ही अपने बालों को लेकर सावधान रहतीं थी. जब शादी वाली फोटो उनकी सासू मां देखी थी तो उनको उनके लंबे बाल पसंद आए थे. 22 साल पहले हुई शादी में उनके बाल कमर तक लंबे थे. शादी के बाद सासू मां और पति को जब लंबे बाल पसंद आने लगे तो विचार आया कि अब हम बालों को क्यों ना और लंबा करें. बचपन से ही बालों की शौकीन होने की नाते सर से टूटने वाले बाल को आज तक कभी नहीं फेंकी. पिछले 20 साल के बालों को इकट्ठा करके रख ली.

स्मिता बताती हैं कि इतने लंबे बाल रखकर उसका ख्याल रखना बड़ा कठिन होता है. इसके लिए वह रोज दिन में तीन घंटे का समय देती है. दिन में इनका समय फिक्स होता है, रोज शाम 2 से 5 का समय उनके बालों के लिए होता है. सप्ताह में शनिवार-रविवार को बालों को धुलती हैं. जिसमें लगभग 30 मिनट का समय लगता है. रोज दिन में एक बार ही जुड़ा बांध पाती है. उन्होंने बताया कि क्या मेकअप के लिए पार्लर तो गई लेकिन बालों को ठीक करने के लिए कभी पार्लर नहीं गई. इसका ख्याल वह खुद ही रखती हैं. इसके लिए वह सतरीठा का शैंपू तेल और प्याज का रस प्रयोग करती हैं. रासायनिक पदार्थों के प्रयोग से हमेशा बची हैं तभी उनके बाल आज इतने सुरक्षित और लंबे हैं और उन्होंने यह कारनामा कर पाया.

स्मिता श्रीवास्तव पिछली 32 सालों से अपने बाल परी कैंची तक नहीं लगाई है. उन्होंने बताया कि है जब 2012 में लिम्का बुक में इनका नाम दर्ज हुआ, तो उसके बाद इन्होंने गिनीज बुक के लिए अपना आवेदन किया. लेकिन उसे समय दुनिया की सबसे लंबा बाल वाली महिला का सौ वर्षों का रिकॉर्ड कायम था. इसलिए मेरा नाम उसमें नहीं हो पाया, तब से हम इंतजार कर रहे थे. अबकी बार हमने अप्लाई किया और हमारा नाम गिनीज बुक में दर्ज हुआ.

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