गुरुग्राम 12 दिसंबर। सीतामढ़ी जिले की एक नाबालिग बच्ची के साथ हरियाणा के गुरुग्राम में मकान मालिक के परिवार वालों ने जो किया है, वो रोंगटे खड़े कर देने वाला है। हैवानियत सुनकर पत्थर दिल वाले भी एक पल के लिए कांप जायेंगे। कोई सोच भी नहीं सकता कि ऐसे परिवार को इंसान का परिवार कैसे कहा जाए।
दरिंदगी की शिकार नाबालिग सीतामढ़ी जिले की है। इसकी पुष्टि हरियाणा के गुरुग्राम की पुलिस इंस्पेक्टर सुमन ने की है। बताया गया है कि नाबालिग गुरुग्राम में नौकरानी का काम करती थी। उसकी उम्र 14 वर्ष बताई गई है। मकान मालिक के दो बेटे पहले उसपर गंदी नजर रखते थे और बाद में गंदी हरकत भी करने लगे। दोनों बिगड़ैल लड़कों ने नाबालिग का वीडियो क्लिप बनाकर उसे लगातार पांच माह तक रूह कंपकंपा देने वाली यातना दी। इससे भी दिल नहीं भरा तो दोनों भाइयों ने उसके साथ वो व्यवहार किया, जो पत्थर दिल भी सुनने को नहीं चाहेगा। दोनों बिगड़ैल लड़कों ने नाबालिग के शरीर पर तेजाब डाल दिया था। इस वारदात की निशानी उसके बांह पर है, जो दरिंदों की दरिंदगी बयां करने के लिए काफी है। उसकी हथेलियों और चेहरे पर जख्म के निशान हैं। हद तो ये कि इंसान के रूप में वहशी जानवर भाइयों ने नाबालिग को कुत्ते से भी कटवाया। उसके पैरों पर कुत्ते के काटने और गर्दन पर खरोंच के निशान मिले है। यह सारी यातनाएं उसे लगातार पांच माह तक दी गई।
जैसे-तैसे सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे बरामद कर उसकी दास्तान सुनी और प्राथमिकी दर्ज की। खबर मिली है कि केस में नाम आते ही दोनों दरिंदे (सहोदर भाई) भूमिगत हो गए है। बताया गया है कि कॉन्ट्रैक्ट एजेंसी के माध्यम से पहले नाबालिग की मां नौकरानी का काम शुरू की। बाद में घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए मां ने अपनी नाबालिग बेटी को भी काम पर लगा दिया। उसे क्या मालूम था कि उसने अपनी बेटी को जानवरों के हवाले कर दिया है। पुलिस ने नाबालिग को गुरुग्राम के सेक्टर 57 के एक आवास से बरामद की थी। पुलिस को बताया, उसके साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं हुई है। उसे यातनाएं दी गई है। बताया कि उसे जबरन नंगा करके वीडियो बना लिया गया था और घर से फरार होने पर वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल किया जाता था। इतना ही नहीं, उसे घर के तहखाने में बंद करके रखा जाता था।
नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह पांच माह तक बाहरी दुनिया से पूरी तरह कटी रही। इधर, पांच माह तक बेटी से संपर्क करने में असफल होने पर मां ने अपने मालिक को मामले की जानकारी दी। मालिक के साथ दरिंदों के आवास पर पहुंचने पर मां को बेटी के साथ हुए क्रूरता की जानकारी मिली।बताया कि मालिक के दोनों बेटे उसके साथ गंदी हरकत करते थे। उसे दिनभर में सिर्फ एक बार भोजन दिया जाता था। परिवार के लोग घर से बाहर निकलते थे, तो उसे तहखाने में हाथ और पैर बांध कर जाते थे। फिलहाल नाबालिग को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की पुष्टि करते हुए गुरुग्राम सेक्टर 51 की पुलिस इंस्पेक्टर सुमन ने बताया कि इस प्रकरण में मकान मालिक शशि शर्मा और उसके दोनों बेटों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत अन्य संगीन मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई है।