Friday, November 22

लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार करने में लगे सभी दलों के नेता! सपा से अतुल, सीमा प्रधान, योगेश वर्मा तो भाजपा से संजीव बालियान की पत्नी डॉक्टर सुनीता बालियान व विनीत शारदा अग्रवाल हैं सक्रिय

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वैसे तो राजनीति में कब क्या हो जाए कौन रंक से राजा और राजा से रंक बन जाए कौई नहीं कह सकता। लेकिन संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए अब राजनेता भी भविष्य को भापने और उसी अनुसार राजनीतिक गोट बिछाने लगे हैं यह बात जगजाहिर हैं। बीते दिनों संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में तीन पर भाजपा ने विजय प्राप्त की वहां भी और कांग्रेस शासित प्रदेश तेलंगाना में भी जिस अचानक रूप से डिप्टी सीएम व नए मुख्यमंत्रियों के नाम सामने और बनाए गए। उसने यह भी सिद्ध कर दिया है कि हर राजनीतिक दल के आका कब कौन सा निर्णय लेंगे यह शायद वो भी पूरी तौर पर नहीं जानते होंगे। शायद इसीलिए एक खबर के अनुसार केंद्र में राज्यमंत्री और भाजपा के प्रमुख जाट नेता डॉ. संजीव बालियान भी वक्त की नजाकत को पहचान रहे हैं। क्योंकि पिछले दिनों उनकी डॉक्टर पत्नी सुनीता बालियान ने अपनी नौकरी से वीआरएस ले लिया। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि अगर संजीव बालियान के चुनाव क्षेत्र में कोई बदलाव होता और उसे महिला सीट घोषित किया जाता है तो उनकी पत्नी सुनीता बालियान चुनाव लड़ सकती हैं। ऐसी चर्चाएं और संभावनाओं पर सत्ताधारी दल में चर्चा हो ही रही हो ऐसा नहीं है क्योंकि अभी लंबे समय तक कुछ नर्सिंग होम और डॉक्टरों की कार्यप्रणालियों को लेकर बड़ा आंदोलन जनहित में चलाने और जनता में अच्छी पैठ बनाने में सफल रहे सरधना से सपा के विधायक अतुल प्रधान के साथ साथ उनकी पत्नी सीमा प्रधान का नाम भी अब 2024 में होेने वाले लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार के रूप में लिया जा रहा है। उनका चुनाव क्षेत्र सरधना है जिसका कुछ क्षेत्र मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में आता है। आज ऐसी सुगबुगाहट सुनाई दी कि सीमा प्रधान या अतुल प्रधान में से कोई एक सपा से लोकसभा के टिकट की मांग कर सकता है।
सबसे बड़ा धमाका बिन कुछ कहे हस्तिनापुर के पूर्व विधायक सपा नेता योगेश वर्मा ने सभी को अपनी प्रोफाइल पर यह लिखकर चौंका दिया कि योगेश वर्मा मेरठ हापुड़ लोकसभा। इससे सपा के राजनीतिक क्षेत्रों में खलबली मची हुई है। जानकारो का कहना है कि भले ही योगेश वर्मा काफी समय से विधायक ना बन पाए हो लेकिन उनका नाम पूर्व में बुलंदशहर कोे लेकर चर्चित रहा और उनकी पत्नी सुनीता वर्मा भी बसपा से मेरठ की मेयर रह चुकी है। उन्होंने अब मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र लिखकर एक राजनीतिक चर्चा को हवा दी कि इससे यह लगता है कि वो भी यहां से सपा के टिकट के दावेदार हो सकते हैं। क्योंकि सभी जानते हैं कि योगेश वर्मा विधायक भले ही मवाना हस्तिनापुर से रहे हो लेकिन उनकी चर्चा पश्चिमी उप्र में उस समय खूब होती थी इसलिए उनकी दावेदारी को भी हलका करके नहीं आंका जा सकता। इससे हटकर देखें तो भाजपा के नए उम्मीदवार भी हर लोकसभा सीट से टिकट मांगने आगे आ रहे हैं। अमरोहा जेपी नगर से इस क्षेत्र में कई स्कूल और कॉलेज संचालक पिछले कई वर्षो से सक्रिय टिकट मांगा जा रहा है और इनके समर्थन में पूरे क्षेत्र में पोस्टर और होर्डिंग भी लगवाए गए हैं। तो दूसरी ओर सभी जानते हैं कि मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से तीन बार के सांसद राजेंद्र अग्रवाल का टिकट आसानी से कटने वाला नहीं है। फिर भी वैश्य समाज से ही प्रमुख व्यापारी नेता विनीत शारदा अग्रवाल ने पिछले दिनों अपने जन्मदिन पर इस लोकसभा के कई विधानसभा क्षेत्रों में आयोजन कराकर अपना शक्ति प्रदर्शन तो किया ही था।
संगीत संध्या
बीते दिनों तीन से दस दिसंबर के बीच भैंसाली मैदान में कथावाचक रमेश भाई ओझा की कथा के बीच एक दिन एक वैश्य संगठन के नाम से संगीत संध्या का आयोजन कुछ सहयोगियों के माध्यम से कराने का ऐलान किया गया था और अग्रसेैन उत्सव के नाम से इसके निमंत्रण पत्र भी बंटवाए गए थे लेकिन आयोजकों में पंडाल बंधवाने के पैसे को लेकर मौखिक सूत्रों के अनुसार विवाद के बाद यह आयोजन स्थगित करना पड़ा था लेकिन मौका पड़ने पर विनीत शारदा अग्रवाल और उनके समर्थक मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
अवैध निर्माणकर्ता करते हैं सम्मानित
इस बारे में अफसरशाही का रूख अपने प्रति नरम बनाने के लिए कुछ जानकारों के अनुसार उनके द्वारा मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को कुछ अवैध निर्माणकर्ताओं और अघोषित भूमाफियाओं के माध्यम से सम्मानित भी कराया गया। उनके समर्थकों का कहना है कि भाईसाहब टिकट प्राप्त करने के लिए साम दाम दंड भेद की नीति अपनाएंगे।

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