Monday, December 23

छावनी में टीओडी से बहुमंजिला इमारत बनाने की डा0 वाजपेयी की मांग, क्षेत्र के मुस्लिम भी कर रहे है स्वागत, पूर्व पार्षद बोले- देश भर के कैन्ट के नागरिकों में है खुशी की लहर

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मेरठ 16 जनवरी (प्र)। शहर के नागरिकों की ज्यादातर समस्याओं का समाधान ढूंढने में अग्रणी भूमिका निभाने में हमेशा सक्रिय भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राज्यसभा सदस्य डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने रेलवे रोड़ से बागपत रोड़ को जोड़ने वाले लिंक मार्ग की योजना को अंतिम श्रय तक पहुंचाने के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली की भांति टीओडी से बहुमंजिला इमारतें बनाये जाने की छावनी क्षेत्र में वकालत कर एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है। चर्चा है कि वाजपेयी जी ने अभी इस संदर्भ में कैन्ट बोर्ड के सीईओ को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। योजना कब लागू होगी कब नहीं लेकिन एक बात सब जानते है कि डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जिस काम के पीछे लग जाते है आसानी से उसका पीछा नहीं छोड़ते उसे पूरा कराये बिना। नगर निगम के पूर्व पार्षद नेत्र ज्योति दान अभियान में सक्रिय मनमोहन डल का कहना है कि डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी का ये निर्णय छावनी वासियों के लिए अत्यंत लाभदायक रहेगा ही पढ़े लिखे काबिल नौजवानों को व्यापार करने व रोजगार प्राप्त करने में भी सहायक सिद्ध होगा। डा0 वाजपेयी जी इस मांग के लिए है बधाई के पात्र।
इस बात को ध्यान में रखते हुए मेरठ छावनी के साथ साथ देश भर की सभी छावनीयों के नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ने की चर्चा आज कैन्ट बोर्ड में निवास करने वाले नागरिकों के मुख से सुनने को मिली।

वाजपेयी जी की इस मांग का छावनी के मुस्लिमों के द्वारा भी भरपूर स्वागत किया जा रहा है। इस संदर्भ में कैन्ट बोर्ड के वार्ड-2 की सदस्य तथा इस क्षेत्र से पूर्व पार्षद रहे मौहम्मद अफजाल का कहना है कि डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी ने बहुत अच्छी मांग की है हम उसका स्वागत करते है और अपना पूर्ण सहयोग भी देंगे। दूसरी तरफ वार्ड-1 से पार्षद रहे प्रेम कुमार का कहना है कि डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी की मांग जनहित की है और इससे छावनी के नागरिकों को काफी राहत मिलेगी। अगर वाजपेयी जी चाहेगे तो हम और हमारे साथी इस मुद्दे में उनके साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े होंगे।

खबर के अनुसार डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेई ने कहा कि यह मुद्दा राज्यसभा में भी उठाया जाएगा कि रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर के किनारे छावनी के हिस्से को ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टोओडी) नीति में शामिल क्यों नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि भले ही इस क्षेत्र का अधिकार रक्षा मंत्रालय के पास है फिर भी छावनी क्षेत्र को भी इस पालिसी का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने इस बाबत कैंट के सीईओ को पत्र भी भेजा है कहा कि इस पालिसी के कारण दिल्ली रोड और रुड़की रोड के दोनों तरफ 500 मीटर तक और रैपिड एक्स स्टेशन के दोनों तरफ 15 किमी का भूउपयोग अलग रहेगा। इस क्षेत्र के भवनों में 70 प्रतिशत निर्माण व्यावसायिक और 30 प्रतिशत आवासीय रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि टीओडी पालिसी केंद्र सरकार के एक्ट के तहत लागू किया गया है इसलिए इस पर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए कि कैंट में उसी अधिसूचना के आधार पर प्रविधान लागू किया जा सकता है या फिर रक्षा मंत्रालय को अलग से अधिसूचना जारी करनी होगी। डा0 वाजपेयी ने यह भी कहा कि छावनी क्षेत्र में जमीन पर भले ही मालिकाना हक नहीं है पर विकास तो कम से कम समान होना चाहिए।

(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई पूर्व सदस्य मजीठिया बोर्ड यूपी सोशल मीडिया एसोसिएशन के राष्ट्रीय महामंत्री संपादक व पत्रकार)

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