मेरठ 15 जुलाई (प्र)। पुणे शहर के चिल्ड्रेन पार्क की तर्ज पर मेरठ नगर निगम ने बच्चों के लिए एक ट्रैफिक पार्क बनाने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना से करीब पांच करोड़ रुपये इसके लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। यहां खेलकूद नहीं, बच्चे ड्राइविंग व ट्रैफिक नियम सीखेंगे। स्कूली बच्चों को यहां प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नगर निगम के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार, सहायक अभियंता सीएल वर्मा और अवर अभियंता पदम सिंह गत दिनों शासन के निर्देश पर पुणे स्थित चिल्ड्रेन ट्रैफिक पार्क देखने गए थे। पुणे नगर महापालिका के अधिकारियों से ट्रैफिक पार्क के निर्माण, डिजाइन और उसके फायदों के बारे में जानकारी जुटाई थी। यहां से लौटने के बाद पूरी रिपोर्ट नगर विकास विभाग के अधिकारियों को दी गई। जिसके फलस्वरूप अब मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के तहत मेरठ में चिल्ड्रेन ट्रैफिक पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना में मिले 58 करोड़ रुपये में से पांच करोड़ रुपये आरक्षित कर दिए गए हैं। वेद व्यासपुरी, काशी या नगलाताशी में निगम के पास जमीन मौजूद है।
ऐसा होगा ट्रैफिक पार्क
- ट्रैफिक पार्क में शहर की सड़कों की सभी विशेषताओं वाला एक सड़क का माडल बनाया जाएगा।
- छोटे-छोटे चौराहे, तिराहे, ट्रैफिक सिग्नल, संकेत, सड़क क्रासिंग, स्पीड ब्रेकर, फुटपाथ, साइकिल ट्रैक होंगे।
- लेफ्ट टर्न व राइट टर्न सहित सभी ट्रैफिक से संबंधित साइनेज लगाए जाएंगे।
- मिनिएचर की मदद से बच्चों को ट्रैफिक नियम सिखाएंगे।
- हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग,•ट्रैफिक सिग्नल पर रुकने, सड़क की लेन पर चलने संबंधी जानकारी दी जाएगी।
- 35 सीटों वाला हाल भी बनाया जाएगा। जहां पर ट्रैफिक से संबंधित कार्यशालाएं आयोजित होंगी।
- बच्चों को ड्राइविंग कराई जाएगी। उनको सिम्युलेटर के जरिए भी ट्रैफिक नियमों के बारे में बताया जाएगा।
- सिग्नल तोड़ने वाले बच्चों को प्रतीकात्मक जुर्माना लगा नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जानकारी देंगे।
नगर निगम मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार का कहना है कि पुणे में जो चिल्ड्रेन पार्क है। उसी तरह का पार्क मेरठ में बनेगा। लखनऊ में ऐसा पार्क विकसित किया गया है। मेरठ का ट्रैफिक पार्क उससे भी बेहतर होगा। मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना में धनराशि आवंटित कर दी गई है। जल्द डीपीआर बनाकर शासन को भेजी जाएगी।