मेरठ 10 जनवरी (प्र)। एक बार फिर कैंट क्षेत्र के बंगला एरिया को चिह्नित सिविल क्षेत्र के साथ नगर निगम में किए जाने की उम्मीद बढ़ गई है। नगर निगम व जिला स्तरीय कमेटी ने सिविल क्षेत्र के साथ कैंट के बंगला एरिया को नगर निगम में शामिल करने का संशोधित प्रस्ताव तैयार कर दिया है। यह प्रस्ताव शासन को जिलाधिकारी के माध्यम से एक- दो दिन में भेज दिया जाएगा।
कैंट बोर्ड के चिह्नित सिविल क्षेत्र को नगर निगम में शामिल करने की कवायद पिछले वर्ष मार्च से शुरू हुई थी। तीन चरणों में यह प्रक्रिया पूरी होनी है। पहले चरण में कैंट बोर्ड के प्रस्ताव का जिला स्तरीय कमेटी से परीक्षण कराकर जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट राज्य स्तरीय कमेटी को देनी है। इसके बाद राज्य स्तरीय कमेटी प्रदेश सरकार के समक्ष रिपोर्ट रखेगी। तत्पश्चात सरकार यह रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव की अध्यक्षता वाली समिति को सौंपेगी। जिस पर केंद्र सरकार निर्णय लेगी। करीब 11 महीने बाद तीन चरणों की इस प्रक्रिया का पहला चरण पूरा पाया है। कैंट बोर्ड के पूर्व में तैयार किए गए सिविल क्षेत्र के प्रस्ताव को संशोधित कर दिया गया है। इसमें जनप्रतिधिनियों के बंगला एरिया (जिनमें सिविलियंस रहते हैं) और वेस्ट एंड रोड के स्कूलों को नगर निगम में शामिल करने के सुझावों को शामिल कर लिया गया है। प्रमुख बाजार आबूलेन, सदर बाजार, दाल मंडी, सराफा सब्जी मंडी, बांबे बाजार, लालकुर्ती छोटा-बड़ा बाजार, रजबन छोटा-बड़ा बाजार, तोपखाना बाजार पहले से प्रस्ताव में शामिल थे। अब कैंट क्षेत्र के बंगला एरिया में 22 बी, 210 समेत सभी बंगला एरिया बीआइ लाइंस, बीसी लाइंस, रेस रोड, वेस्ट एंड रोड, माल रोड से जुड़े बंगलों को प्रस्ताव में शामिल कर लिया गया है।
लालकुर्ती से बेगमपुल का पैठ बाजार वाला क्षेत्र भी प्रस्ताव में शामिल है। पूर्व में बने प्रस्ताव में इसे कैंट में ही रखा गया था। कैंट क्षेत्र के स्कूल सेंट मेरीज एकेडमी, सोफिया गर्ल्स, सेंट जोंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चिराग स्कूल, दीवान पब्लिक स्कूल, एसडी सदर स्कूल, मेरठ पब्लिक स्कूल, गुरु तेग बहादुर स्कूल को भी प्रस्ताव में नगर निगम में शामिल करने का सुझाव प्रस्ताव में दिया गया है। कैंट बोर्ड के चिह्नित सिविल क्षेत्र की 41,078 आबादी और लगभग 436.19 एकड़ सिविल क्षेत्र की भूमि हस्तांतरित होनी पहले से तय है। यदि बंगला एरिया को भी शामिल करने के जिला कमेटी के सुझाव पर केंद्र सरकार ने विचार किया तो कैंट क्षेत्र का बड़ा हिस्सा नगर निगम में आ जाएगा। इससे सिविल क्षेत्र सहित बंगला एरिया में रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा।
कैंट क्षेत्र के नागरिकों को होंगे ये फायदे
बैनामे होने लगेंगे। लोग बैंक से लोन ले सकेंगे।
लोग नामांतरण करा सकेंगे। मकान का नक्शा स्वीकृति होगा ।
मकान का मालिकाना हक मिलेगा। मकान बेच-खरीद सकेंगे।
जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि कैंट क्षेत्र के चिह्नित सिविल क्षेत्र के साथ बंगला एरिया को भी नगर निगम में शामिल करने का संशोधित प्रस्ताव तैयार हो गया है। शुक्रवार को संशोधित प्रस्ताव राज्य स्तरीय कमेटी को भेज दिया जाएगा। जनप्रतिनिधियों के सुझाव इसमें शामिल किए गए हैं। हालांकि कैंट क्षेत्र का कितना हिस्सा नगर निगम में शामिल होगा। इस पर केंद्र सरकार निर्णय लेगी।