मेरठ 03 नवंबर (प्र)। सरुरपुर थाना क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने थाने में एप्लिकेशन देते हुए गुहार लगाई कि वो अपनी मर्जी से पत्नी का निकाह उसके मुस्लिम प्रेमी के साथ कराना चाहता है। वो इससे खुश है। उसका पूरा परिवार इसके लिए राजी है।
लिखित में बयान दिया कि भविष्य में भी उसकी पत्नी और उसके प्रेमी को परेशान न किया जाए। अगर किसी ने परेशान किया तो उन पर पुलिस एक्शन ले सकती है। इस अजीब आवेदन के आने के बाद पुलिस भी परेशान हो गई। बाद में उस व्यक्ति को थाने बुलाकर पुलिस ने पूरा मामला समझा।
पुलिस के सामने पति ने बताया कि वो मजदूर है। मकान बनाने का काम करता है। 15 साल पहले उसकी शादी परिवार वालों ने प्रयागराज की एक लड़की से कराई थी। दोनों में 10 साल का अंतर है। इस 15 साल की शादी में दोनों के 3 बच्चे हैं। पहले 13 साल की बेटी, 11 साल का बेटा और 5 साल की बेटी है। परिवार यहीं सरुरपुर में हंसी-खुशी से रहता है।
पति ने बताया कि सरुरपुर के जिस मकान में मैं रहता हूं, वो मकान मेरी पत्नी के नाम है। पत्नी के मायके वालों ने यह जमीन और इस पर मकान बनवाकर दिया है। एक साल पहले इस मकान में काम हो रहा था। तब गांव का एक मुस्लिम लड़का काम करने आया था। इसी दौरान उसका और पत्नी का आपस में प्यार हो गया। दोनों की दोस्ती हुई, दोनों बातचीत करने लगे और उनकी नजदीकियां बढ़ गईं।
पति ने बताया कि उसे लगभग 6 महीने पहले पता चला कि उसकी पत्नी का गांव के एक लड़के से अफेयर है। पूछा तो पत्नी ने खुद बताया कि वो गांव के उस लड़के से प्यार करती है। दोनों एक-दूसरे को बहुत चाहते हैं।
एक-दूसरे के बिना रह नहीं सकते और शादी करना चाहते हैं। पति ने पहले पत्नी को समझाया कि शायद वो मान जाए, लेकिन पत्नी ने कहा कि वो अपने प्रेमी के बिना नहीं रह सकती। तब पति ने दोनों की शादी कराने का फैसला ले लिया।
पति का कहना है कि मोहब्बत का दर्द क्या होता है, ये मैं जानता हूं। मैं नहीं चाहता कि जिस तरह मुझे अधूरा प्यार मिला, उसकी पत्नी की मोहब्बत भी अधूरी रह जाए। इसलिए मैंने तय किया कि पत्नी का निकाह उसके प्रेमी से कराएंगे।
इसके लिए मैंने अपने पूरे परिवार और तीनों बच्चों को रजामंद कर लिया है। बच्चे भी मां की दूसरी शादी से खुश हैं। दोनों परिवारों को भी दिक्कत नहीं है। पत्नी की शादी में दिक्कत न आए, इसलिए मैंने उसे तलाक दे दिया है। छह महीने पहले ही दोनों में तलाक हो चुका है।
पति ने बताया कि इस शादी के लिए कोई मौलवी तैयार नहीं हो रहा है। मैंने सरुरपुर से लेकर मेरठ में तमाम मौलवियों से बात कर ली कि उसकी पत्नी का उसके प्रेमी से निकाह करा दें, लेकिन सभी मौलवियों ने इनकार कर दिया है। अब पति दिल्ली में जाकर पत्नी का उसके प्रेमी से निकाह कराने की तैयारी में है।
पुलिस को लिखित में एप्लिकेशन दी है कि उसकी पत्नी और नया पति जब तक चाहें, एक साथ रह सकते हैं। उसे इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं है।
