Wednesday, October 15

शौर्य सिन्धु का विराट ज्वार थे भगत सिंह…….

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मेरठ 27 सितंबर (प्र)। शहीद ए आजम भगत सिंह के जन्मदिवस पर शुक्रवार को दिल्ली रोड स्थित चैंबर ऑफ कॉमर्स में वाणी फाउंडेशन के तत्वावधान में काव्य पाठ का आयोजन किया गया। कवियों ने शहीद भगत सिंह को नमन कर कविता पाठ किया। शुभारंभ वाणी फाउंडेशन संरक्षक कवि डॉ. हरिओम पंवार ने किया।

मंच संचालन करते हुए कवि सुमनेश सुमन ने अतिथियों और कवियों का स्वागत किया। कवि डॉ. अर्जुन सिसौदिया ने पढ़ा कि शौर्य सिन्धु का विराट ज्वार थे भगत सिंह, जिसमें फिरंगियों की नाव डूब जानी थी। जिस पर स्वतंत्रता का पावन प्रसून खिला पंचनद की वो वंश बेल बलिदानी थी। देशभक्ति का जुनून मिला जिसे लोरियों में, सिंहनी का दूध पीये शेर की रवानी थी। सुनाकर श्रोताओं में जोश भर दिया।

कवयित्री कोमल रस्तोगी ने पढ़ा रंग दे बसंती चोला गाया फंदा चूम लिया, वीर बलिदानियों का भाल हैं भगत सिंह। राजगुरु सुखदेव संग चढ़ गए फांसी, विद्यावती माई के वो लाल हैं भगत सिंह। मातृभूमि के लिए जो स्वप्न होम करती है, ऐसी तरुणाई की मिसाल हैं भगत सिंह। प्राणों से प्रज्वलित करेगी इतिहास को जो, अमृत्व वाली वो मशाल हैं भगत सिंह।

फखरी मेरठी ने सुनाया कि फांसी के फंदे तक भी जो इंकलाब दोहराता है। भारत मां का वो ही लाडला, भगत सिंह कहलाता है… सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी।

कवि विकास विजय ने कहा, ओस की बूंदें लिखेंगे बाढ़ का पानी लिखेंगे, पक रही है खेत में जो वो फसल धानी लिखेंगे। तुम लिखो अपने शहर की रोशनी के शोर को, गांव है हिस्से हमारे गांव का मानीं लिखेंगे… कविता पाठ किया। कवि सुमनेश सुमन ने पढ़ा कि भगत अशफाक शेखर की कहानी काम आएगी, अंधेरो बीहडों में रात रानी काम आयेगी। इस दौरान आलोक सिसौदिया, अजय गुप्ता, विमल शर्मा, श्याम मोहन गुप्ता, दिनेश चन्द्र जैन, प्रभात राय, मंजीत सिंह कोछड़, अरुण जिंदल, डा. ईश्वर चंद गंभीर, डा. रामगोपाल भारतीय, विनोद भारतीय, संगीत शर्मा आदि मौजूद रहे।

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