मेरठ 04 अक्टूबर (प्र)। बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी के उद्घाटन के बाद सुर्ख़ियों में आए शास्त्री नगर सेंट्रल मार्केट स्थित जैना ज्वेलर्स शोरूम के निर्माण में महा खेल उजागर हुआ है। 22 सितंबर को नया शोरूम का शुभारंभ किया गया, लेकिन चौकाने वाली बात यह है कि स्वीकृत मानचित्र केवल 12 सितंबर को पास हुआ था। यानी 10 दिन में पूरी बिल्डिंग तैयार हो गई। यह केवल निर्माण का चमत्कार नहीं, बल्कि प्रशासनिक खेल और विभागीय लापरवाही का स्पष्ट प्रमाण है। आरटीआई एक्टिविस्ट लोकेश खुराना ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर इस मामले में गंभीर संलिप्तता उजागर की है।
लोकेश खुराना के अनुसार, भूखंड संख्या 259/6, योजना संख्या-7, शास्त्रीनगर में मानचित्र केवल गवर्नमेंट अप्रूवड जिमोलॉजिस्ट ज्वेलर्स वैल्यूर और ग्रेड्स के कार्य की अनुमति देता था। इसके बावजूद व्यवसायिक शोरूम खोल दिया। अधिशासी अभियंता की ओर से बार-बार निर्देश देने के बावजूद अवर अभियंता ने नोटिस निर्गत नहीं किया। केवल उच्चाधिकारियों की चेतावनी के बाद 21 सितंबर को नोटिस जारी हुआ सबसे गंभीर तथ्य यह है कि एक ही प्लॉट पर दो नक्शे पास हो गए एक प्रदीप अग्रवाल के नाम और दूसरा रोहित जैन पुत्र नवीन चंद जैन के नाम कानून के अनुसार यह संभव नहीं है। अवर अभियंता की सुस्ती और विभाग की अनदेखी ने व्यवसायिक प्रयोग को रोकने में विफलता दिखाई।
नियमों की उड़ी धज्जियां
अधिशासी अभियंता ने स्पष्ट किया कि अवर अभियंता की ओर से नोटिस समय पर नहीं दिए जाने की वजह से विभाग की संलिप्तता पूरी तरह उजागर हुई है। उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सक्षम अधिकारी ने 23 सितंबर को पत्र जारी कर 15 दिन के भीतर अनाधिकृत निर्माण हटाने का आदेश दिया। लोकेश खुराना ने कहा कि यह केवल शोरूम का मामला नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की जवाबदेही और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाता है। उनके अनुसार यह मामला मेरठ में आवास विकास परिषद में चल रहे नियमों के उल्लंघन और विभागीय खेल की जीती जागती मिसाल है, जो प्रशासनिक लापरवाही के गंभीर संकेत देता है।