सोनभद्र 23 सितंबर (प्र)। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मुख्यालय में सीबीआई ने छापा मारा. इस छापे से इलाके में हड़कंप मच गया. दरअसल, रॉबर्ट्सगंज कोतवाली थाना इलाके में पड़े छापे में एक तरफ सीबीआई ने बैंक के क्लर्क को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा. तो दूसरी तरफ, उसके सामने बैंक लोन के बड़े फर्जीवाड़े का राज भी खुल गया. सूत्र बताते हैं कि सीबीआई ने इस कांड से जुड़े कई रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिए हैं. सीबीआई बैंक के मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस में इन रिकॉर्डों को खंगाल रही है. सीबीआई बैंक कर्मियों से लगातार पूछताछ कर रही है. माना जा रहा है कि इस मामले में सीबीआई 23 सितंबर को बड़ा खुलासा कर सकती है.
आरोप लगाया जा रहा है कि यूनियन बैंक के अधिकारियों-कर्मचारियों ने लोन के लिए गारंटर बनने वाले लोगों को ही बड़े पैमाने पर कर्जदार बना दिया है. इस बात का पता तब चला, जब लोन की समय सीमा खत्म होने के बाद वसूली के लिए लोगों के घर बैंक के नोटिस पहुंचे. ये देखकर पीड़ित लोगों के होश उड़ गए. बताया जाता है कि कुछ लोग इस बात की शिकायत लेकर सीबीआई के पास पहुंचे. इसके बाद सीबीआई ने जांच की तो इस फर्जीवाड़े की पुष्टि होने लगी. सीबीआई की प्राथमिक छानबीन में उसके सामने तथ्य आने लगे. इसके बाद सीबीआई ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई और पड़ताल में जुट गई. इसी बीच किसी ने सीबीआई को शिकायत कर दी कि बैंक का एक क्लर्क काम के बदले रिश्वत मांग रहा है. इसके बाद सीबीआई ने छापा मारा और क्लर्क को रंगें हाथों पकड़ लिया. सीबीआई ने बड़े पैमाने पर कथित लोन फर्जीवाड़े को लेकर फाइलें खंगालीं. 22 सितंबर को शाम 4 बजे से लगभग रात 8 बजे तक चली कार्रवाई के बाद सीबीआई बैंक क्लर्क को पूछताछ के लिए सर्किट हाउस ले गई.