
मेरठ, २७ अक्टूबर (प्र)। सेंट्रल मार्केट आज सुबह से व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ध्वस्तीकरण के विरोध में व्यापारी मार्केट में इकऋा हुए हैं। पूरे बाजार को बंद रखा गया है। वहीं काली पट्टी बांधकर व्यापारियों ने यहां पैदल मार्च निकाला है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सेंट्रल मार्केट में 22 दुकानों वाला एक कांप्लेक्स ध्वस्त हो चुका है। लेकिन ध्वस्तीकरण की तलवार अभी पूरे बाजार पर लटकी है। आवास विकास परिषद की ओर से 31 भूखंडों के स्वामियों को भी नोटिस जारी किया गया है। अब इन भूखंडों पर बनी दुकानों को खाली कराया जाना है। अगर दुकानदारों ने खुद दुकानों को खाली नही किया तो आवास विकास परिषद इन दुकानों पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा। किसानों ने दुकानें, बाजार बंद होने पर व्यापारियों के लिए यहां चाय नाश्ते का इंतजाम किया है।
विरोध अब किसान आंदोलन की तर्ज पर पहुंच गया है। व्यापारियों ने बाजार में सड़क किनारे भट्टियां चढ़वा दी हैं और परिवारों समेत धरने पर बैठ गए हैं। यहीं पर खाना बनाकर खाएंगे।शास्त्रीनगर स्थित सेंट्रल मार्केट में आवास विकास की ध्वस्तीकरण कार्रवाई के बाद व्यापारियों में जबरदस्त नाराजगी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर रविवार को प्रशासन ने एक बड़े कॉम्प्लेक्स को अवैध निर्माण मानते हुए ध्वस्त कर दिया, जिसके विरोध में सोमवार को पूरा बाजार बंद रहा। व्यापारियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
आज सुबह से ही सेंट्रल मार्केट की सभी दुकानें बंद रहीं, जिससे पूरे क्षेत्र में सन्नाटा छा गया। व्यापारियों का कहना है कि उनकी जीवनभर की कमाई से बनाई गई दुकानें अब मलबे में तब्दील हो गईं। सुबह कुछ देर के लिए दूध और जरूरी सामान की दुकानें खुलीं, लेकिन बाद में उन्हें भी बंद करा दिया गया।
दोपहर में व्यापारियों ने कैलाश डेरी के पास आपात बैठक बुलाई, जिसमें बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल हुए। बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया कि वे जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से मुलाकात कर आगामी ध्वस्तीकरण कार्रवाइयों पर रोक लगाने की मांग करेंगे।
आवास विकास प्राधिकरण पिछले दो दिनों से सेंट्रल मार्केट में अवैध निर्माणों पर कार्रवाई चला रहा था। रविवार को इस अभियान के अंतिम चरण में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवैध घोषित कॉम्प्लेक्स को गिरा दिया गया। फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है, लेकिन व्यापारियों में गहरा असंतोष है।
विरोध प्रदर्शन में अमन मणि, अंकुर गर्ग, नीरज आहूजा, निमित्त जैन, अमन शर्मा, वासु गुप्ता, अमित जितेंद्र अग्रवाल और अंकुर सहित कई प्रमुख व्यापारी मौजूद रहे। व्यापारियों के धरने में संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता भी पहुंचे। अजय गुप्ता ने कहा कि अगर व्यापारियों को न्याय नहीं मिला तो वे पूरे मेरठ के बाजार को अनिश्चितकालीन बंद कराने पर मजबूर होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस कॉम्प्लेक्स को गिराया गया, वह कोर्ट के आदेश पर था, लेकिन अब पूरे बाजार को कटघरे में खड़ा करना गलत है। उन्होंने आवास विकास परिषद के 41 अफसरों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये अफसर दोषी हैं, उनके खिलाफ मुकदमे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सलाखों के पीछे नहीं भेजा गया और सभी बाहर घूम रहे हैं, जबकि केवल व्यापारियों पर कार्रवाई की जा रही है और उनका उत्पीड़न हो रहा है।
