Friday, November 22

पूर्व प्रधानमंत्री जननायक रहे चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न मिले और उनके नाम पर बने संग्रहालय और वाचनालय, इसके लिए पीएम मोदी से किया जाए आग्रह

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पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग साल में एक दो बार पिछले कई वर्षों से उठती चली आ रही है। इस सम्मान के लिए वो पूरी तौर पर अधिकृत होने के बावजूद गरीब मजदूर किसानों और दलितों के एकछत्र नेता रहे जननायक को अभी तक सरकार ने यह सम्मान देने की घोषणा क्यों नहीं की। यह विषय सोचने का है क्योंकि उनके निधन के बाद से भारत रत्न कई को दिया जा चुका बताते है। इसलिए ऐसा भी नहीं है कि यह दिया नहीं जा सकता।
आगामी 23 दिसंबर को चौधरी साहब के जन्मदिवस पर किसानों के कई संगठन आयोजन कर रहे हैं। लोकदल के नेता राष्टीय महासचिव चौधरी विजेंद्र सिंह का कहना है कि 23 दिसंबर को चौधरी साहब के जन्मस्थान गांव नूरपुर में पांच हजार गांवों से दूध लेकर कार्यकर्ता पहुंचेगे और दूध से बना केक काटकर दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे और अभियान चलाया जाएगा कि चौधरी साहब को भारत रत्न दिया जाए। दूसरी तरफ चौधरी साहब के पोते रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की अनुमति से रालोद के खेल प्रकोष्ठ व भाईचारा समितियों द्वारा पश्चिमी उप्र की आठ लोकसभा और 55 विधानसभा क्षेत्रों में जागरूकता यात्रा निकाली जा रही है। इनके द्वारा भी 23 दिसंबर को किसान घाट पर चौधरी साहब को श्रद्धांजलि दी जाएगी। चर्चा है कि रालोद कार्यकर्ता भी पुरजोर तरीके से चौधरी साहब को भारत रत्न देने की मांग करेंगे।
पिछले कई वर्षो से यह मांग उठ रही है लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इस बारे में ना कोई बयान आया और ना ही ऐसा लगा कि शायद केंद्र सरकार इस बारे में गंभीर विचार कर रही है। मेरा मानना है कि राजनीतिक उददेश्य और सोच सबकी अलग अलग हो सकती और आसानी से उनसे अलग हटकर कोई भी सोचने को तैयार नहीं होगा। लेकिन अगर चौधरी साहब के प्रशंसक जो सभी दलों में शामिल हैं। वो चाहे भाजपा हो या कांग्रेस रालोद हो या लोकदल अपने नेता को यह सम्मान दिलाने हेतु एकजुट होकर आवाज उठानी होगी और मुझे लगता है कि अगर सब चौधरी साहब के प्रशंसक एक होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर आग्रह करेंगे तो उनकी कार्यप्रणाली और सभी को सम्मान देने की जो नीति है उसे देखकर यह लगता है कि चौधरीसाहब को भारत रत्न देने की मांग पूरी हो सकती है साथ ही वो क्या सोचते थे और किस समझदारी के दम पर एक समय बिहार राजस्थान उडीसा यूपी हरियाणा की राजनीति को प्रभावति करते थे यह जानने के लिए युवाओं हेतु एक वाचनालय और संग्रहालय की स्थापना दिल्ली में आसानी से हो सकती है। बस इसके लिए आंदोलन धरना प्रदर्शन की बजाय पीएम से आग्रह करना होगा। मैं समझता हूं कि चौधरी साहब का दिल्ली में निवास रहे 12 तुगलक रोड़ कोठी को पीएम इसके लिए देने के साथ ही भारत रत्न देने की घोषणा कर सकते हैं क्योंकि अपन सभााओं में मोदी के द्वारा चौधरी चरण सिंह के कार्यों निर्णयों की प्रशंसा की जाती रही है। मेरा तो मानना है कि पूर्व में यूपी में विधायक और सांसद के साथ साथ लोकदल और सपा की संयुक्त सरकार में सिंचाई मंत्री रहीं 63 वर्षीय अनुराधा चौधरी जो पिछले कई साल से भाजपा में सक्रिय है उन जैसे नेताओं को भी दबे कुचले की समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा सक्रिय रहे चौधरी साहब को भारत रत्न देने की मांग अन्यों के साथ मिलकर करनी चाहिए। यही वक्त की मांग और चौधरी साहब को सम्मान दिलाने का सही तरीका हमारा हो सकता है।

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