मेरठ 26 अप्रैल (प्र)। बंगलुरु की एक लॉजिस्टिक कंपनी ने मेडिकल थाने में अपने एक डिलीवरी बॉय पर धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कराया है। कंपनी का आरोप है कि डिलीवरी बॉय ने शिपमेंट की डिलीवरी कर उसकी एवज में मिली धनराशि का गबन कर लिया और शेष शिपमेंट, जिनकी कीमत लगभग 4.5 लाख रुपये हैं, वह डिलीवर नहीं किए। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मंगल पाण्डेय नगर स्थित इंस्टाकार्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के ब्रांच हेड आयुष गुप्ता ने एसएसपी से की शिकायत में बताया कि उनकी कंपनी एक लॉजिस्टिक कंपनी है और वेयर हाऊसिंग ट्रान्सपोटेशन व कुरियर सेवाओं से जुड़ी है। कंपनी में भावनपुर निवासी विकास डिलीवरी बॉय का काम करता है। उसका मुख्य कार्य उपभोक्ताओं के बुक सामान की डिलीवरी करना है। कुछ समय पहले विकास को कंपनी की ओर से कुछ शिपमेंट दिये गये। इनमें 74 शिपमेंट और एक रिपलेस्मेंट था। सभी कैश ऑन डिलीवरी के थे।
आरोप है कि विकास ने कैश ऑन डिलीवरी के अंतर्गत सरायकाजी में एक मोबाइल डिलीवर किया और 68800 रुपये प्राप्त किए लेकिन कंपनी में जमा नहीं कराये। शेष शिपमेंट की धनराशि लगभग 4.5 लाख रुपये हैं, यह भी कंपनी को नहीं मिले हैं। इसके बाद से विकास के सभी मोबाइल नंबर बंद आ रहे हैं और उसने खुद भी संपर्क नहीं किया है। लंबा समय बीतने के बाद भी विकास द्वारा कंपनी का पैसा नहीं लौटाया गया है। एसओ मेडिकल सूर्यदीप बिश्नोई ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।