मेरठ, 26 अप्रैल (प्र)। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जो पाठ्यक्रम पढ़ाया ही नहीं जाता, उसकी भी फर्जी डिग्री बनवाई जा रही हैं। इस बार भोपाल में सीसीएसयू की पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन स्नातक की फर्जी डिग्री मिली है। एक स्वयंसेवी संस्था के संचालक ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव को डिग्री व मार्कशीट जांच के लिए भेजी है।
यह डिग्री भोपाल के विकास प्रजापति बन के लिए आई डिग्री सौ. सीसीएसयू पुत्र बीएल प्रजापति व उमा के नाम की है। डिपार्टमेंट आफ एनिमल हस्बैंड्री से बैचलर आफ वेटनरी साइंस एंड एनिमल हस्बैंड्री कोर्स की वर्ष 2021 की मार्कशीट व डिग्री है। इसमें पूर्व कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा के फर्जी हस्ताक्षर और विश्वविद्यालय की मुहर भी लगाई गई है। अभ्यर्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण दर्शाया गया है। जांच के लिए 2017 से 2021 तक हर वर्ष की मार्कशीट भी भेजी गई हैं, जो फर्जी हैं। विश्वविद्यालय की ओर से संबंधित संस्था के पदाधिकारी को यह जानकारी दे दी गई है कि जिस विषय की डिग्री भेजी गई है, वह विषय विश्वविद्यालय कैंपस में संचालित ही नहीं है।
इससे पहले भी इसी वर्ष जनवरी में इसी तरह की डिग्री बंगाल से भेजी गई थी। वह पहला मामला था, जब विश्वविद्यालय के नाम की ऐसी फर्जी डिग्री मिली जो विषय यहां संचालित ही नहीं है। इससे पहले भी विभिन्न शहरों से सत्यापन के लिए भेजी गई मार्कशीट और डिग्री फर्जी मिली है। बहुत सी ऐसी डिग्रियां मिली हैं जिनके आधार पर लोग वर्षों से सरकारी विभागों में सेवाएं दे रहे हैं। कुलसचिव धीरेंद्र कुमार के अनुसार विश्वविद्यालय ने भोपाल के एनजीओ संचालक से मामले में कानूनी कार्रवाई के लिए कहा है। विश्वविद्यालय की ओर से संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।