मेरठ 15 जनवरी (प्र)। मेरठ में देहरादून निवासी सीडीए अफसर अंकित पवार की संदिग्ध हालत में हुई मौत मिस्ट्री बन चुकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। मृतक का बिसरा सुरक्षित रखा गया है। वहीं पुलिस सीडीए के हॉस्टल से ही अब मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए अपनी इंवेस्टीगेशन शुरू करेगी। आखिर अंकित हॉस्टल से लगभग 15 किमी दूर कैसे पहुंचे। वहां उसकी लाश कैसे मिली।
गत रविवार की सुबह एक सीडीए अधिकारी का शव कंकरखेड़ा में हाईवे स्थित खड़ोली के बाग में संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला। अधिकारी का शव मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सीओ दौराला फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और बारीकी से मामले की जांच की। वहीं मृतक अधिकारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने बताया देहरादून निवासी अंकित पवार सीडीए अधिकारी के पद पर लैंसडाउन में तैनात थे। देश भर से आए 40 सीडीए अधिकारियों की ट्रेनिंग पिछले चार दिनों से मेरठ में चल रही थी। वहीं सभी अधिकारी सीडीए के हॉस्टल में ही रुके हुए थे।
पुलिस पूछताछ में मृतक के साथियों ने बताया कि शनिवार रात लोहड़ी मनाने के बाद सभी लोग खाना खाकर अपने कमरे में सोने के लिए चले गए थे। रविवार सुबह बाग के पास से निकल रहे एक राहगीर ने पुलिस को शव पड़े होने की सूचना दी थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की थी। पुलिस की जांच में युवक सीडीए अधिकारी निकला। इसके बाद पुलिस ने सीडीए अधिकारियों से संपर्क किया। सीडीए अधिकारी की मौत की सूचना मिलने पर अधिकारियों में भी हड़कंप पहुंच गया। सीडीए विभाग के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर फिंगरप्रिंट्स लिए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया।