Wednesday, October 15

एमएलसी बनने के बाद से निरंतर सक्रिय धर्मेन्द्र भारद्वाज हर क्षेत्र में आम आदमी और पार्टी के हित में कर रहे है काम, मौहल्ला इस्लामाबाद का नाम मातादीन वाल्मीकि रखने ईकड़ी में पशु अस्पताल बनाने व ईडब्ल्यूएस छात्रों की आयु सीमा बढ़ाने की उठाई मांग

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वैसे तो सभी जनप्रतिनिधि चाहे वो मनोनीत हो या निर्वाचित अपने अपने हिसाब से खूब काम जनहित में खुद भी कर रहे है और सरकार से भी करा रहे हैं। अगस्त माह में इस मामले में जो चर्चा जागरूक पाठकों और नागरिकों के साथ ही राजनीतिक क्षेत्रों में भी हो रही है उसके अनुसार बीते 15 दिन में एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज के द्वारा जहां तक हो रहा है नागरिकों के कार्य तो करा ही जा रहे है कुछ नीतिगत और कुछ पार्टी के एजेंडे और कई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की भावनाओं से जुड़े मुद्दे उठाकर सरकार और नागरिक व अफसरों का ध्यान आर्कषित करने में आग्रणी नेताओं में शुमार है।
बताते चले कि बीती 12 अगस्त को विधान परिषद सदस्य धर्मेन्द्र भारद्वाज द्वारा सरधना के गांव ईकड़ी में पशु अस्पताल को मंजूरी देने की बात कही गई। एमएलसी तथा सभापति पुनः निरीक्षण समिति धर्मेन्द्र भारद्वाज ने उक्त बिन्दु उठाया। उनका कहना है कि ईकड़ी में पशु पालन अस्पताल की हालत जर्जर है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के उपचार का यह महत्वपूर्ण केन्द्र होता है इसलिए इसकी स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया जाना चाहिए। 13 अगस्त को विधानपरिषद की नियम एवं पूर्ननिरीक्षण समिति के सभापति के रूप में धर्मेन्द्र भारद्वाज द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर इडब्ल्यूएस छात्रों के लिए आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट देने की मांग की। उनका कहना था कि उप्र पुलिस भर्ती एवं सरकारी संस्थानों में स्वर्ण वर्ग के ईडब्ल्यूएस छात्रों को यह छूट दी जानी चाहिए। उन्होंने मुरादनगर से हरिद्वार तक गंग नहर पटरी पर चल रहे सड़क निर्माण के मामले में भी माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। 14 अगस्त को लखनऊ में यूपी विधान परिषद में वीजन डक्यूमेंट 2047 पर चर्चा के उपरांत भारद्वाज ने मेरठ के इस्लामाबाद मौहल्ला का नाम बदलकर मातादीन वाल्मीकि जी के नाम रखने की मांग उठाई। ध्यान से अगर देखे तो उनके द्वारा ग्रामीण और किसानों के साथ ही युवाओं के हित में तो मांग की ही गई मेरठ के इस्लामाबाद मौहल्ले का नाम मातादीन वाल्मीकि के नाम पर रखे जाने की मांग पर पार्टी की नीति पर अग्रणी रूप से प्रयास किया। और अगर ध्यान से देखे तो यह तीनों ही मुद्दे किसी न किसी रूप में जनहित में होने के साथ साथ तमाम लोगों की भावनाओं से जुड़े कहे जा सकते है।
बताते चले कि धर्मेन्द्र भारद्वाज को पार्टी ने जब से विधान परिषद सदस्य बनाया गया है तब से वो प्रदेश में ज्यादातर चुनावों में किसी न किसी क्षेत्र में वहां पार्टी के उम्मीदवार को जीताने तथा सरकार की नीति के तहत आम आदमी के हित में प्रयास करते रहे है।
(प्रस्तुतिः- अंकित बिश्नोई राष्ट्रीय महामंत्री सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए व मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य संपादक पत्रकार)

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