Monday, June 16

सम्राट मिहिर भोज के नाम के आगे से जातिसूचक शब्द हटाने को धरना

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मेरठ 10 जून (प्र)। गगोल रोड पर सम्राट मिहिर भोज के नाम से बनाए गए द्वार पर मिहिर भोज के नाम के आगे जातिसूचक शब्द लिखे जाने के विरोध में क्षत्रीय समाज के लोगों ने कमिश्नरी से जुलूस निकालकर कलक्ट्रेट में घंटो धरना दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री औऐर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपकर उक्त जातिसूचक शब्द को हटाने की मांग की। न हटाने पर खुद ही शब्द को हटा देने की चेतावनी भी अधिकारियों को दी। इस दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार के राज्यमंत्री के खिलाफ नारे भी लगाए गए।

क्षत्रीय समाज के मेरठ और आसपास के जनपदों के बड़ी संख्या में लोग सोमवार दोपहर में कमिश्नरी चौराहे पर एकत्र हुए। यहां से नारेबाजी करते हुए जुलूस निकालकर कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां वे धरने पर बैठ गए। घंटों उन्होंने धरना दिया तथा इस दौरान भाजपा सरकार पर लोगों को जातियों में बांटने का आरोप लगाया। विजय राघव, ओम सिंह राणा, अंशुल तोमर, देवराज सोम, मदनपाल सिंह पुंडीर, राजेश चौहान, राहुल मुल्हेड़ा, राजीव सोम, विक्रम सिंह पुंडीर, चंदन सिंह ने धरने को संबोधित किया। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संबोधित ज्ञापन उन्होंने एडीएम सिटी बृजेश सिंह को सौंपा। आरोप लगाया कि गगोल रोड पर विधायक निधि की राशि से आरईएस विभाग द्वारा सम्राट मिहिर भोज के नाम से एक द्वार बनाया गया है। जिसपर सम्राट मिहिर भोज के नाम से पहले जातिसूचक शब्द गुर्जर लिखा गया है।

आरोप लगाया कि यह समाज को जातियों में तोड़ने तथा जातियों का जहर घोलने का प्रयास है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग उन्होंने प्रधानमंत्री से की।
बताया कि मध्य प्रदेश में हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि केवल सम्राट मिहिर भोज नाम लिखा जाए। उनके नाम के साथ कोई भी जाति न लिखी जाए। उन्होंने एक महीने के भीतर बोर्ड से उक्त शब्द को हटवाने की मांग की साथ ही शब्द न हटाए जाने पर खुद ही हटा देने की चेतावनी भी दी।
प्रदर्शन और धरने में नवल सिंह सोम, श्याम सिंह चौहान, रमेश सिंह तोमर, कपिल पारसी, विक्रम सिंह, शिव कुमार सोम शामिल रहे।

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