मेरठ 30 नवंबर (प्र)। नमो भारत के स्टेशनों पर यात्री फुटओवर ब्रिज और सबवे से पहुंचेंगे। सड़क के बीच से डिवाइडर पार करते समय दुर्घटना की आशंका रहती है और यह सुगम यातायात में भी बाधा बनता है। इसलिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने निर्णय लिया है कि मेरठ के सभी स्टेशनों पर फुट ओवरब्रिज और सबवे बनाए जाएंगे। हालांकि सभी एलिवेटेड व भूमिगत स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार पहले से ही इसी योजना के अंतर्गत डिजाइन किए गए थे।
मेरठ सेंट्रल को छोड़कर सभी भूमिगत स्टेशनों पर सबवे की सुविधा मिलेगी, जिससे पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में भी आसानी होगी। अक्सर देखा जाता है कि उचित क्रासओवर की कमी के कारण लोग सड़क पार करने के लिए शार्टकट लेने के चक्कर में डिवाइडर के बीच से कूद जाते हैं। व्यस्त यातायात के बीच जब गाड़ियां तेज गति से आ-जा रही होती हैं, तब यह दुर्घटना और जाम का कारण बनता है। पिछले कुछ वर्षों में कई सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के आसपास यह स्थिति आम हो गई है। एनसीआरटीसी ने इस समस्या को देखते हुए पैदल यात्रियों के लिए सुविधा देने की योजना बनाई। साहिबाबाद से मेरठ साउथ के बीच नौ स्टेशनों के लिए सड़कों को पार करने के लिए इस तरह की सुविधा दी गई है। मेरठ में भी ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है और यह कारिडोर घनी आबादी वाले इलाकों से गुजर रहा है।
मेरठ साउथ (भूड़बराल) से मोदीपुरम डिपो तक 13 स्टेशनों के लिए मेट्रो ट्रेन की सुविधा भी लोगों को मिलेगी। इन सभी मेट्रो स्टेशनों को भी इस तरह डिजाइन किया जा रहा है जिससे फुट ओवरब्रिज की तरह लोग सड़क के दोनों पार आवाजाही कर सकें। मेरठ में परतापुर, रिठानी, ब्रह्मपुरी, एमईएस कालोनी, डोरली, मेरठ नार्थ, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और मोदीपुरम डिपो मेट्रो स्टेशन होंगे, जबकि मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल (भूमिगत ) और मोदीपुरम से मेट्रो के साथ ही नमो भारत की सुविधा भी मिलेगी। इनमें से मेरठ नार्थ और मोदीपुरम स्टेशन तो नेशनल हाईवे पर बनाए जा रहे हैं।
हर स्टेशन पर है सर्विस रोड, वहां नहीं लगेगा जाम: हर स्टेशन को इस तरह सर्विस रोड बनाकर मुख्य सड़क से जोड़ा जा रहा है, ताकि जाम की स्थिति भी न रहे और सड़क पर वाहन रुकने से भी बचा जा सके। मेरठ में सभी स्टेशनों पर सर्विस रोड बनाई जा रही है। स्टेशनों के प्रवेश निकास द्वार सड़क से दूर बनाए जा रहे हैं।