मेरठ 30 नवंबर (प्र)। साइबर सेल थाना पुलिस ने बैंक खातों के सौदागर अकबर को गिरफ्तार किया है वह साइबर अपराधियों को लोगों के बैंक खाते खुलवाकर बेचता है। पूछताछ में आरोपित ने तीन साइबर अपराधियों के नाम बताए है।
साइबर सेल थाना प्रभारी नेत्रपाल सिंह ने बताया कि लोहियानगर के जमना नगर निवासी सुहैल खान ने साइबर क्राइम थाने में गत 10 नवंबर को शिकायत कर बताया था कि 20 अक्टूबर को उसके फोन के व्हाट्सएप नंबर पर अज्ञात नंबर से एक लिंक भेजा गया। जिस समय लिंक आया, उस वक्त उसका फोन बच्चों के पास था। लिंक के माध्यम से साइबर ठगों ने उसके बैंक खाते से चार बार में एक लाख रुपये साफ कर दिए। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू की। जांच करने पर गाजियाबाद के गांव पसोडा निवासी अकबर का नाम सामने आया। जिसे पुलिस ने उसके घर के पास से ही गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में अकबर ने बताया कि उसने गांव निवासी सोमोन पुत्र गयूर उर्फ लाला के कहने पर गांव के रहने वाले महेंद्र सैनी पुत्र मोहर सिंह का सीमापुरी बार्डर स्थित कर्नाटका बैंक में खाता खुलवाना था। उसने महेंद्र सैनी को प्रधानमंत्री योजना से उसके खाते में 15 हजार रुपये आने का लालच दिया था। आरोपित ने बताया कि उसने धोखे से बैंक खाते में अपना मोबाइल नंबर लिखवा दिया था। इसके बाद महेंद्र का बैंक खाता और अपना मोबाइल सिम सोमीन को दो हजार रुपये में बेच दिए थे। अकबर ने बताया कि समीम और सोमीन अपना गैंग बनाकर साइबर फ्रॉड करते हैं। उसका पैसा इधर-उधर के खातों में डालकर पासबुक, चेकबुक और आॅनलाइन माध्यम से नकदी निकाल लेते हैं।
अकबर ने जानकारी दी कि समीम के कहने पर ही सेमीन उसके पास आया था। जिसके बाद महेंद्र सैनी का खाता खुलवाया था। महेंद्र सिंह के पासबुक मांगने पर भी उसे नहीं दी गई। अकबर ने बताया कि सोमीन और समीम का यही धंधा हैं। इन्होंने बहुत सारे लोगों के खाते खुलवाकर उनकी पासबुक व एटीएम लिए हुए हैं। इनके गैंग में समीम का जीजा तालीब और तालीब का जीजा सिप्पा भी शामिल है, जो जेल गए हैं। यह तीनों साइबर ठगी का गैंग चलाते है। इन दोनों इसी तरह झूठ बोलकर लोगों के बैंक खाते खुलवाते है और उनको पासबुक व डेबिट कार्ड खरीद लेते है।