मेरठ 11 जनवरी (प्र)। माता वैष्णों देवी का पांच का सिक्का 45 लाख रुपये में बेचने के चक्कर में मेरठ का एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। युवक 45 लाख कमाने के चक्कर में एक करोड रुपये गवा बैठा। युवक ने अपनी पत्नी के जेवर बेचकर और 20 प्रतिशत ब्याज पर रकम जुटाकर साइबर ठगों के खाते में ट्रांसफर की थी।
युवक ने बताया कि उसने फेसबुक पर वैष्णो देवी का पांच रुपये वाला सिक्का 15 लाख रुपये में खरीदने की रील देखी थी। उसके पास वैष्णो देवी के तीन सिक्के थे। उसने सोचा एक सिक्के के 15 लाख के हिसाब से उसको 45 लाख रुपये मिल जाएंगे। इस लालच में वो आ गया और साइबर अपराधियों के जाल में फंस गया। साइबर अपराधियों ने युवक दीपक राज से 1.04 करोड़ रुपये ठग लिए। ये रुपये युवक दीपक राज ने साइबर ठगों के बताए बैंक खातों में ट्रांसफर की थी। ठगी का पता चलने पर युवक ने मेरठ साइबर क्राइम थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
साइबर क्राइम थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार दीपक राज ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर रील देखकर मोबाइल नंबर पर कॉल की। जिस पर किसी अविनाश यादव ने कॉल रिसीव की और बताया कि वो लोग वैष्णो देवी का पांच रुपये का सिक्का 15 लाख में खरीदते हैं। यह खरीद-फरोख्त आरबीआई के नियमों के तहत है। दीपक राज ने बताया कि उनके पास तीन सिक्के हैं। 3 सिक्के के 45 लाख रुपये कमाने के लालच में दीपक साइबर ठगों के झांसे में आ गया। आरोपियों ने आरबीआई की मुहर लगे एक फार्म पर दीपक की फोटो लगाकर उससे 750 रुपये मंगाए।
दीपक राज ने 25 नवंबर को 750 रुपये शाइस्ता खान के मोबाइल नंबर पर ट्रांसफर किए। दूसरे दिन प्रमिल नाम के व्यक्ति का फोन आया कि वह 45 लाख रुपये लेकर मेरठ आ गया है। कंपनी से ई-मेल परमिशन कराने पर यह रकम सौंपी जाएगी। इस पर दीपक ने अविनाश यादव को फोन कर परमिशन की ई-मेल करने को कहा। आरोपी ने कहा कि इसके लिए 13,700 रुपये देने होंगे। दीपक ने बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए।
प्रमिल ने बताया कि उनके पास 95 प्रतिशत की ई-मेल आई है। रकम 100 प्रतिशत की ई-मेल पर ही मिलेगी। इस पर उन्होंने अविनाश यादव को कॉल की तो उसने कहा कि 25 लाख रुपये आयकर भरने पर ई-मेल की जाएगी। पीड़ित ने 20 प्रतिशत के ब्याज पर 25 लाख रुपये लेकर उसके बताए खाते में ट्रांसफर किए। आरोपी ने 99 प्रतिशत की मेल भेजी और 45 लाख रुपये की जीएसटी जमा करने को कहा।
पीड़ित ने अपनी पत्नी के जेवरात गिरवी रखकर 20 प्रतिशत के ब्याज पर रकम लेकर 45 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद प्रमिल ने उनसे 20,200 रुपये होटल की पेमेंट कराई। इसी तरह कुल 1.04 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद उनसे टीडीएस के नाम पर बड़ी रकम मांगी जाने लगी। दीपक ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने रुपये देने से मना कर दिया। एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर की है, उनकी डिटेल निकाली जा रही है। रकम फ्रीज कराने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेजी है।