Friday, November 21

दुर्घटनाग्रस्त वाहनों का फर्जी बीमा करने वाले गिरोह का राजफाश, पांच गिरफ्तार

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मेरठ 20 नवंबर (प्र)। दुर्घटनाग्रस्त वाहनों का फर्जी बीमा करने वाले गिरोह के पांच बदमाशों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर गिरोह का राजफाश किया। उक्त लोग दुर्घटनाग्रस्त हुई बीमाविहीन गाड़ी का बीमा करा देते थे। इसके बाद फर्जीवाड़ा कर दुर्घटनाग्रस्त वाहन स्वामी का नाम और गाड़ी नंबर भी बदलवा लेते थे। इसके एवज में वाहन स्वामी से मोटी रकम वसूलते थे। आरोपितों के कब्जे से एक लैपटाप, सात बीमा कंपनियों की फर्जी मुहर व पांच मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। गिरोह में मेरठ के साथ हरियाणा के लोग भी जुड़े थे।

थाना प्रभारी निरीक्षक पूनम जादैन ने बताया कि मीवा निवासी अंकुर शर्मा ने गत माह समाधान दिवस में शिकायत की थी कि जिस बोलेरो गाड़ी की टक्कर से उनकी मां कमलेश शर्मा की मौत हुई, उस समय उसका बीमा नहीं था जबकि कोर्ट से रिलीज के समय कई माह पुराना बीमा दर्शाया गया । इस आधार पर आठ अक्टूबर को मवाना थाने पर गाड़ी चालक शिवकुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। दारोगा भूपेंद्र कुमार ने जांच की तो इसके तार हरियाणा तक जुड़े मिले। पुलिस ने मंगलवार को शिव कुमार, हितेश कालरा पुत्र बालकिशन निवासी उदयपार्क, थाना पल्लवपुरम मेरठ, जतिन राजवंशी पुत्र रणवीर राजवंशी निवासी अजंता कालोनी, थाना मेडिकल मेरठ और हरियाणा के एचटीएम हिसार क्षेत्र के गांधी डेरी कालोनी निवासी देवेंद्र सोनी पुत्र मनोहर लाल व हिमांशु छाबड़ा पुत्र रहिकृष्ण छाबड़ा निवासी 129 न्यू शांति नगर निकट शिवाजी पार्क, एचटीएम हिसार हरियाणा को गिरफ्तार किया।

उक्त लोगों ने पूछताछ में बताया कि मीवा में हुए हादसे में शामिल बोलेरो गाड़ी का बीमा नहीं था। गाड़ी मुजफ्फरनगर के रफाकत के नाम पंजीकृत थी। गाड़ी मालिक ने जतिन राजवंशी से संपर्क किया तो उन्होंने उक्त माडल की दूसरी बोलेरो गाड़ी हरियाणा नंबर की खोजी । यह गाड़ी 2024 में एक्यायर हो गई थी, लेकिन इसका बीमा एक्टिव था । उक्त बीमा कंपनी की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर पहले गाड़ी के मालिक का नाम बदलवाया और दूसरी मेल करके गाड़ी का नंबर भी तब्दील करा दिया।

बुधवार को पांचों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। आरोपित शिवकुमार पर मवाना थाना पर दो, जतिन राजवंशी पर दो मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इसमें एक मवाना थाना व दूसरा थाना इंचौली में दर्ज है।

सोतीगंज से लेते थे काटे गए वाहनों के कागज पुलिस जांच में सामने आया कि वर्ष 2021 से पहले एक्टिव बीमा धारक वाहनों की खोज मेरठ के सोतीगंज से पूरी होती थी । जबकि ऐसे वाहनों की आरसी व बीमा के कागज वाहनों का कटान करने वाले माफिया ही उपलब्ध कराता था। दिसंबर 2021 में सोतीगंज में कटान बंद होने से आरोपित हरियाणा समेत अन्य जगह से दुर्घटनाग्रस्त या चौरी के काटे गए वाहनों के बीमा कागज उपलब्ध कराने लगे। दरोगा भूपेंद्र कुमार ने बताया कि अनिल की मौत के बाद उससे जुड़े देवेंद्र सोनी व हिमांशु छाबड़ा निवासी हिसार हरियाणा और जतिन व हितेश गिरोह में सक्रिय भूमिका निभाने लगे।

ये था मामला
गत वर्ष 22 जुलाई को क्षेत्र के गांव मीवा में बोलेरो गाड़ी संख्या यूकेएएयू-2428 के चालक शिवकुमार निवासी मटौरा ने अंकुर शर्मा की मां कमलेश शर्मा, बहन जीतू शर्मा और चाची भावना शर्मा को टक्कर मारी थी। कमलेश शर्मा की मौत हो गई थी। पुलिस ने गाड़ी कब्जे में लेकर चालक को गिरफ्तार किया था। गाड़ी कोर्ट से रिलीज हो गई थी। हादसे के समय गाड़ी का बीमा नहीं था, लेकिन कोर्ट से रिलीज के समय गाड़ी का बीमा था। पीड़ित ने खुद ही बीमा धारक कंपनी रायल सुन्दरम जनरल इंश्योरेंस लि. कंपनी की वेबसाइट में उक्त बीमा तलाशा तो यह दो गाड़ियों पर शो कर रहा था। दूसरी बोलेरो गाड़ी हरियाणा नंबर की एचआर 26 एवाई 5471 पर दर्शाया जा रहा था। पीड़ित ने एक ही बीमा पालिसी पर दो गाड़ियां दिखाए जाने की शिकायत अधिकारियों से की, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। पीड़ित ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन वह भी बीमा कंपनी की गलती मानते हुए निरस्त हो गया था।

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