नई दिल्ली 28 जुलाई। Google का AI Gemini सिर्फ टेक्स्ट में जवाब देने वाला चैटबॉट नहीं रहा है। अब इसकी मदद से आप रंग-बिरंगे और यूनिक क्रॉशिया स्टाइल इमेज भी बना सकता हैं। गूगल ने अपने जेमिनी एआई चैटबॉट में एक नया फीचर जोड़ा है, जो सिर्फ टेक्स्ट (लिखे हुए वाक्य) से क्रोशे स्टाइल (ऊन से बुनाई जैसी) तस्वीरें बना सकता है। अगर यूजर लिखें, दिल्ली का बाजार तो एआई एक ऐसी तस्वीर बनाएगा, जो ऊन से बुने हुए खिलौनों जैसी दिखेगी। ये ऊन-जैसे कमरे, कार, शहर, बॉलीवुड पोस्टर या सीन क्रोशे लुक में बना सकता है। लेकिन आप अपनी खुद की तस्वीरों को इसमें बदल नहीं सकते। साथ ही गूगल का नया फीचर वीओ2 मॉडल भी जोड़ा गया है।
पर्सनल फोटो पर नहीं करेगा काम
Gemini के इस नए फीचर की मदद से आप टेक्स्ट के जरिए Crochet-style इमेज बना सकते हैं। अगर इसके लिए आप Gemini पर लिखते हैं कि “crochet style Mumbai skyline” तो Gemini आपके लिए ऊन के धागों से बनी मुंबई की इमेज बना देगा। यूजर्स इससे कमरे, गाड़ियां, फिल्मी पोस्टर और तरह-तरह की चीजें बनवा सकते हैं। हालांकि Google ने पर्सनल इमेज को क्रोशिया में बदलने की इजाजत नहीं दी है। यह फैसला डीपफेक और लोगों की पहचान की सुरक्षा के लिए लिया गया है। ये बात दिखाती है कि Google भारत में AI को लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ाना चाहता है।
YouTube Shorts और Google Photos को मिला Gemini फीचर
Gemini के इस फीचर की खास बात है कि यह सिर्फ इमेज तक सीमित नहीं है। Google CEO सुंदर पिचाई के मुताबिक 23 जुलाई से Gemini का नया फीचर YouTube Shorts और Google Photos पर भी आ गया है। इसकी मदद से यूजर फोटो को वीडियो, कॉमिक, स्केच और 3D ऐनिमेशन में बेहद आसानी से बदल सकते हैं। इस फीचर का बेस Veo 2 मॉडल होगा, जो कि पिछले साल दिसंबर में लॉन्च हुआ था। यह फीचर फिलहाल अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उपलब्ध है और बाकी देशों में भी बहुत जल्द आने वाला है।
स्टूडेंट्स को दिया Google AI Pro प्लान
Google ने हाल ही में स्टूडेंट्स को 19,500 रुपये का सालाना AI Pro प्लान मुफ्त में उपलब्ध कराया था। Economic Times की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके मासिक यूजर्स अब बढ़कर 450 मिलियन से ज्यादा हो चुके हैं और यह दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है। भारत में 18 साल से ऊपर के स्टूडेंट्स को Google Gemini का प्रो वर्जन मुफ्त उपलब्ध कराया गया है। इससे भारतीय छात्र AI के प्रैक्टिकल इस्तेमाल को सीख सकते हैं और अपने क्रिएटिव आइडियाज को हकीकत में बदल सकते हैं।