न्यू जर्सी 09 अक्टूबर। अमेरिका के न्यू जर्सी में अक्षरधाम मंदिर का भव्य उद्घाटन होने जा रहा है। यह मंदिर इतना विशाल है की इसे विश्व के दूसरे सबसे बड़े हिंदू मंदिर का दर्जा प्राप्त हुआ है। इस उपलक्ष्य में 30 सितंबर से विशाल समारोह आयोजित हो रहे हैं, जो अभी तक जारी हैं। यह आयोजन परम पावन महंत स्वामी महाराज जी की देख-रेख में हो रहे हैं।
बीएपीएस के संत तीर्थ स्वरूदास स्वामी ने कहा कि अमेरिका के न्यू जर्सी के रॉबिंसविले में बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का निर्माण हुआ है। यह मंदिर दिल्ली अक्षरधाम से भी अधिक बड़ा और विहंगम है। इस अक्षरधाम मंदिर के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पूरे विश्व से राष्ट्राध्यक्षों और नेताओं ने शुभकामनाएं भेजी हैं।
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर ने संयुक्त राष्ट्र के राजदूतों और प्रतिनिधियों के मंडल की मेजबानी भी करी। इस अध्यात्मिक यात्रा में कंबोडिया, इरिट्रिया, ग्रेनेडा, गुयाना, कजाकिस्तान, लाइबेरिया, मलावी, मोरक्को, नेपाल, श्रीलंका, सेंट विसेंट और ग्रेनेडाइंस, तिमोर लेस्ते, मंगोलिया, दक्षिण अफ्रीका, मालदीव के नेता इकट्ठे शामिल हुए। इसके साथ-साथ इसमें पोलैंड, कोस्टा रिका, ब्राजील, लेबनान, भूटान और संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोध कार्यालय के प्रतिनिधिमंडों ने भी भाग लिया।
कंबोडिया की महामहिम सोफिया ईट, इरीट्रिया की महामहिम सोफिया टेसफामरियम, ग्रेनाडा के महामहिम चे आजमू फिलिप, गुयाना की महामहिम कैरोलिन रोड्रिग्स-बिरकेट, कजाकिस्तान के महामहिम अकान रख्मेतुलिन, लाइबेरिया की महामहिम सारा सफीन फिनेह, मलावी की महामहिम एग्नेस मैरी चिम्बिरी मोलांडे, मोरक्को के महामहिम उमर हिलाना, नेपाल के
महामहिम लोक बहादुर थापा, श्रीलंका के महामहिम मोहन पियरिस, सेंट विंसेंट और ग्रेनाडाइन्स की महामहिम इंगा रोंडा किंग, तिमोर लेस्ते के महामहिम कार्लिटो नून्स, मंगोलिया के महामहिम एनखबोल्ड वोर्शिलोव, दक्षिण अफ्रीका की महामहिम माथु जोयिनी और मालदीव की राजदूत महामहिम हला हमीद सहित शामिल हुए। इन सभी ने शांति, एकता और सांस्कृतिक संरक्षण का संदेश दिया। जिसका अक्षरधाम प्रतिनिधित्व करता है। भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। उन्होंने अपने साथी राजदूतों और प्रतिनिधियों को यह अद्भुत मौका दिया।
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर को 12,500 वॉलंटियर्स ने 12 वर्षों में बनाया है। इसका निर्माण 2011 में आरंभ हुआ था और 2023 में यह बनकर तैयार हुआ।