मेरठ 23 नवंबर (प्र)। सहारनपुर में ऑनलाइन गेम की लत ने सिपाही की जान ले ली। कर्ज में डूबे सिपाही ने कप्तान के बंगले पर ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली। सुसाइड से 20 मिनट पहले सिपाही अमित ने अपनी पत्नी शिल्पा से फोन पर बात की थी। उसने पत्नी से कहा था-‘बच्चे सो गए हैं क्या ? बच्चों का ध्यान रखना, सुबह जल्दी लौटेगा।’
एसएसपी बंगले पर दो दिन पहले सिपाही अमित कुमार की ड्यूटी लगी थी। ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में करीब दो साल से ऑनलाइन गेम खेल रहा था। शुरू में थोड़ा बहुत पैसा कमाया भी। लेकिन बाद में ऑनलाइन गेम की लत ऐसी लगी कि लत छोड़ नहीं पाया।
ऑनलाइन गेम में सिपाही का पैसा डूबता चला गया। उस पैसे को वापस कमाने के चक्कर में ओर गेम खेलता रहा। वेतन और कर्ज लेकर ऑनलाइन गेम पर लगाना शुरू कर दिया था। कर्जदार उससे पैसा मांग रहे थे। जिस कारण सिपाही अमित डिप्रेशन में चला गया।
पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सिपाही पर ऑनलाइन गेम खेलने से काफी कर्ज हो गया था। थोड़ा बहुत कर्ज होता तो वो ऐसा कदम नहीं उठाता। लेकिन कर्ज ज्यादा रहा होगा। जिस कारण सिपाही ने ऐसा कदम उठाया है।
पुलिस ने घर से मंगवाकर सिपाही का स्मार्ट फोन और की-पैड वाला फोन जब्त कर लिया। अब फोन को लेकर जांच की जा रही है। हालांकि परिवार के लोगों को इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। मृतक सिपाही के बैंक अकाउंट की डिटेल भी खंगाली जा रही है। कब-कब किस खाते में पैसा ट्रांसफर किया है।
परिजनों के अनुसार, सिपाही अमित कुमार के पिता की मेरठ-पौडी हाईवे पर कई बीघा जमीन अधिग्रहण हुई थी। जिससे दो करोड़ रुपए से अधिक मिला था। पिता ने 12-13 बीघा जमीन एक करोड़ रुपए से अधिक में बेची थी। वहीं एक मकान और दो प्लाट भी बेचे थे। जिसमें से कुछ समय पहले ही अमित ने अपने पिता से 75 लाख रुपए लिए थे।
पुलिस ने डाटा खंगाला तो दो माह में करीब 15 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन मिला है। पुलिस पता लगा रही है कि ये रकम किसके खातों में ट्रांसफर की। ये रकम शेयर बाजार या ऑनलाइन मार्केट में तो नहीं लगाई है। इसकी जांच की जा रही है।
मेरठ के थाना बहसूमा के गांव मोहम्मपुर शकिस्त के रहने वाले सिपाही अमित कुमार अपने पीछे पत्नी शिल्पा और दो बच्चे वर्णिका उर्फ ईशू (15) और बेटा समरजीत उर्फ समर (11) को रोता हुआ छोड़ गए। पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ। मृतक सिपाही के 11 साल के बेटे समर ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।