Friday, November 22

कैंट में दो पहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट अनिवार्य

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मेरठ 14 दिसंबर (प्र)। कैंट बोर्ड की भंग बोर्ड की बैठक में बुधवार प्रमुख रूप से छावनी की सड़कों में रोज लगने वाले जाम का मुद्दा स्वयं बोर्ड अध्यक्ष राजीव कुमार ने उठाया। इसके अलावा मनोनीत सदस्य डा. सतीश शर्मा ने काली पलटन मंदिर मार्ग पर रोहिंग्याओं द्वारा कब्जा होने की बात कही, लालकुर्ती व सदर सब्जी बाजार में जाम का मुद्दा भी मनोनीत सदस्य द्वारा उठाया गया। इसके अलावा अन्य विषयों पर भी बैठक में चर्चा की गई।

बैठक में बोर्ड अध्यक्ष राजीव कुमार मुख्य अधिशासी अधिकारी ज्योति कुमार, मनोनीत सदस्य डा. सतीश शर्मा कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर के अलावा कुछ मामलों के स्पष्टीकरण के लिए एई पीयूष गौतम एकाउंटेंट हितेश कुमार सफाई अधीक्षक वीके त्यागी जेई अरविंद गुप्ता, राजस्व अधीक्षक राजेश जॉन, टेक्स विभाग से रमेश व भवन अनुभाग से दिनेश अग्रवाल शामिल हुए।
बिना हेलमेट कैंट में प्रवेश बंद बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव कुमार कैंट की सड़कों पर लगने वाले जाम से बेहद आहत नजर आए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन लगने वाले जाम से मुक्ति के लिए जो भी प्रयास करने हों उन्हें जल्द किया जाये। उन्होंने कहा के कंकरखेड़ा जाने वाला मार्ग क्योंकि बीच छावनी से होकर जाता है, इसलिए कोशिश की जाय के उक्त मार्ग व मॉल रोड पर भारी वाहनों का प्रवेश भी सीमित अवधि के लिए हो सके या बंद हो सके।

बोर्ड अध्यक्ष ने कहा के बिना हेलमेट छावनी में घुसना प्रतिबंधित किया जाएगा, जिसके लिए ट्रैफिक पुलिस व सेना पुलिस की संयुक्त टीम जांच करेंगी। बोर्ड अध्यक्ष ने उक्त विषय मे मुख्य अधिशासी अधिकारी को एसपी ट्रैफिक के साथ प्राथमिकता से बैठक करके ठोस कदम उठाने को कहा।

छावनी में सीवर लाइन डले वर्षों हो गए, लेकिन अब भी जनता ने सीवर कनेक्शन नहीं लिए है। वार्ड-4, 5, 6 के लगभग 900 भवनों में से केवल 92 भवनों के निवासियों द्वारा ही सीवर कनेक्शन एप्लाई करके कनेक्शन लिए गए हैं। जैसे ही एई पीयूष गौतम ने मात्र 92 कनेक्शन लिए जाने की बात कही बोर्ड अध्यक्ष ने कहा के इस विषय पर गंभीर होकर सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता है और सख्त रुख दिखाते हुए संपूर्ण कनेक्शन आवंटन की कार्रवाई की जाय और जो कनेक्शन न ले उसके चालान किये जाने से लेकर शौचालय सील करने जैसी कार्रवाई भी की जाय।

कुछ दिन पूर्व राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी द्वारा राज्यसभा में छावनी क्षेत्रों को लेकर मुद्दे उठाए गए थे। जिनमें झुग्गी झोपड़ी क्षेत्र की जनता को भी छावनी बोर्ड चुनाव में वोट डालने का अधिकार देने व छावनी के कुछ स्थानों के नाम जो कि ब्रिटिश काल के चले आ रहे हैं। उनका नाम बदलकर देश के शहीदों के नाम पर किये जाने की मांग की गई थी।
उक्त मुद्दा गत दिवस बोर्ड बैठक में भी चर्चा का विषय रहा और इस पर चर्चा करते हुए बोर्ड अध्यक्ष ने उपयुक्त कदम उठाने की बात कही। जिस पर उन्हें बताया गया के सिविल क्षेत्रों के बाजारों व स्थानों के नाम पहले ही बदले जा चुके हैं। बस आउट आॅफ सिविल एरिया के कुछ जगहों के नाम अभी भी यथावत हैं। इस पर बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि जिन जगहों के नाम पूर्व में बदले जा चुके हैं। उनके बोर्ड उन जगहों पर शीघ्र ही लगवाएं जाने चाहिए।

लालकुर्ती थाने के पास व कैंट बोर्ड आॅफिस के सामने खराब पड़े 2 वाटर पम्पों के पुन: निर्माण के लिए आये टेंडरों को आज बोर्ड बैठक में स्वीकृति दे दी गयी। जेई अरविंद गुप्ता को गर्मियां आने से पहले ही उक्त पम्पों के पुन: प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिए गए।
बोर्ड बैठक में मनोनीत सदस्य डा. सतीश ने कहा कि काली पलटन मार्ग पर रोहिंग्याओं का कब्जा है। उन्हें वहां से शीघ्र हटवाने को कहा गया।

बैठक में कहा गया के उनके पास कुछ लोगों की शिकायतें आ रही है के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भर्ती में ठेकेदार द्वारा प्रति व्यक्ति 30 से 50 हजार रुपये रिश्वत के लिए जा रहे हैं। बोर्ड अध्यक्ष द्वारा सीईओ से उक्त विषय मे जांच करने को कहा गया सीईओ ने कहा के ऐसी कुछ शिकायतें उनके पास भी आई थी। जिन्हें जांच करने पर फर्जी पाया गया था। फिर भी उनके द्वारा मामले को पुन: दिखवा लिया जाएगा।

मनोनीत सदस्य डा. सतीश ने पूर्व में उठाये गए उपरोक्त मुद्दे को आज पुन: बोर्ड बैठक में उठाते हुए कहा कि उन्होंने इससे पहले भी उक्त विषय को बोर्ड बैठक में उठाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा के सब्जी व फल के ठेले लगाने वाले विक्रेताओं को सड़क से अलग किसी अन्य जगह पर व्यापार करने के लिए जगह दी जानी चाहिए।

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