मेरठ, 04 अगस्त (प्र)। अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही को आज सुबह उनके मानसरोवर साकेत स्थित निवास पर सिविल लाइन थाना पुलिस द्वारा नजरबंद कर दिया गया। सिरोही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेरठ में हुए कान्हा गोशाला प्रकरण और लव जिहाद के मामलों में शिकायत करना चाहते थे। उनका कहना है कि वे मेरठ में कान्हा गोशाला प्रकरण में शामिल लोगों पर कार्रवाही कराने के लिए मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे। इसके अलावा, सिरोही बदर अख्तर सिद्दीकी द्वारा कथित रूप से गायब हुई दो हिन्दू लड़कियों – आशा नेगी और प्रिया त्यागी को बरामद कराने और सिद्दीकी की गिरफ्तारी की मांग करना चाहते थे।
सिरोही ने आरोप लगाया है कि सच को दबाने के लिए मेरठ प्रशासन द्वारा उन्हें नजरबंद किया गया है। उन्होंने कहा, ष्जब हम अपने हक की बात भी मेरठ आकर अपने मुख्यमंत्री से नहीं रख सकते, तो भविष्य में अन्य सरकारों से क्या उम्मीद करेंगे। आशा नेगी के मामले में पुलिस जांच के अनुसार, बदर अख्तर सिद्दीकी ने आशा को प्रेम जाल में फंसाया और धर्मांतरण कराया था। आशा के भाई अनिल नेगी ने पुलिस को तहरीर दी है और मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। पुलिस ने आशा के अपहरण का मुकदमा दर्ज करने की बात कही है और जांच शुरू कर दी है। कान्हा गोशाला में गोवंश की स्थिति का मुद्दा भी चर्चा में है, जिसमें दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।