Monday, December 23

गुरु के बिना मानव जीवन अधूरा: श्रद्धानंद जी मुनिराज

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ, 27 जून (प्र) प्रातः 6-30 बजे मुनी श्री श्रद्धानंद जी एवं पवित्रानंद जी मुनिराज ने थापर नगर जैन मंदिर से विहार करके असौडा हाउस मंदिर जी में मंगल प्रवेश किया। इसके उपरांत मुनि श्री के सानिध्य में अभिषेक एवं शांति धारा हुई इसके पश्चात मुनि श्री ने प्रवचनों में कहा बिना गुरु के मनुष्य का जीवन अधूरा है, क्योंकि गुरु ही जीवन को सही रास्ते पर लाते हैं। हम अगर गुरु के बताए मार्ग पर चलें तो जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयों से छुटकारा मिल जाएगा।

उन्होंने कहा कि जीवन में कई प्रकार के उतार-चढ़ाव आते हैं। अगर आपने अपने जीवन में धैर्य रखा है। तो अपने आप ही छुटकारा मिल जाएगा। मानव धर्म की रक्षा के लिए ही इस प्रकार के गुरु उपदेश प्रवचनों का आयोजन किए जाता हैं। इससे मनुष्य का जीवन सफल बनता है। उन्होंने कहा कि कोई धर्म, जाति और ग्रंथ उन्माद करने की सलाह नहीं देता है। लेकिन हम नासमझी के कारण इस प्रकार के कृत्य को कर देते हैं। इसके गलत परिणामों को पूरे समाज को भुगतना पड़ता है। मनी श्री श्रद्धानंद जी मुनिराज ने कहा कि भगवान की आराधाना के लिए समय निकालो। नहीं तो आजकल करते-करते पूरा जीवन व्यतीत हो जाएगा। पता नहीं किस समय मृत्यु हमारी राह देख रही है। भगवान ने हमें मनुष्य जन्म अच्छे कर्म करने के लिए दिया है। मोह के जाल में फंसकर भगवान की आराधना के लिए अच्छे कर्म के लिए समय ही नहीं। जब संकट आता है, तब भगवान की याद आती है। इससे पहले ही हम सुख के समय भगवान की आराधना करें। उन्होंने कहा कि गुरु और भगवान के नजदीक बैठना ही उपासना है। भगवान की पूजन तभी सार्थक है जब आठ घंटे तक हमारा मन पाप और कषायों में नहीं जाए। पूजा करते समय कभी भी मेरे मन में कषाय के परिणाम नहीं आए। जीवन में परिवर्तन तभी आता हैं, जब हम अपने परिणामों को संभाल कर अपनी इच्छाओं को जागृत करते हैं। उन्होंने कहा कि रागी को समता नहीं आती इसलिए उसे संतोषी बनना चाहिए। मोक्ष मार्ग में हमारा उत्साह कभी कम न हो।

रचित जैन ने बताया कि साय काली 6ः00 मुनि श्री की गुरु भक्ति कार्यक्रम हुआ जिसमें गुरु ने शिष्यों को धर्म के रहा पर चलने का मार्ग बताया और एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम किया जिसमें सभी को पुरस्कृत भी किया गया। मंदिर परिसर में विनोद जैन कपिल जैन मनोज जैन रमेश जैन सुधीर जैन लकी जैन राज पीयूष जैन आभा जैन बबिता जैन रीमा जैन आदि उपस्थित रहे।

Share.

About Author

Leave A Reply