मुंबई 18 अक्टूबर। मुंबई के तीन बत्ती इलाके में अपना बचपन बिताने वाले अभिनेता जैकी श्रॉफ के मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग में चाहने वाले करोड़ों में हैं। उनके करीबी मानते हैं कि जैकी दक्षिण मुंबई के किसी शहर से अगर चुनावी मैदान में उतर जाएं तो उन्हें हराना इसलिए काफी मुश्किल होगा, क्योंकि उनके पास वोटरों की बहुत बड़ी तादाद प्रशंसकों के रूप में पहले से साथ है जैकी श्रॉफ से इस बारे में चर्चा करो तो वह छूटते ही बोलते हैं, “क्या बिहू क्यों मामू बना रेला है। अरे और कितना लोग है इस काम की खातिर। अपुन क्या लड़ेगा इलेक्शन अपुन अइसेच बिंदास रहने का।”
लेकिन जैकी श्रॉफ के आस-पास कुछ तो उधेड़बुन अगले लोकसभा चुनाव को लेकर इन दिनों जारी है। हाल ही में उनकी मुलाकात मुंबई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का काम देखने वाले कुछ नेताओं से भी हुई है। इसके अलावा उन्होंने एक ऐसी फिल्म पर भी काम शुरू किया है, जिसकी कहानी लोकसभा चुनाव के ठीक पहले का माहौल बनाने के लिए बुनी गई है। इस फिल्म में जैकी को एक जासूस का रोल मिला है। फिल्म की कहानी इन सवालों की तफ्तीश करती दिखती है कि क्या साल 2014 में देश के प्रधानमंत्री बनने की तरफ अग्रसर एक राजनीतिक शख्सियत के खिलाफ कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश रची गई थी? और क्या इस शख्सियत को एक राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर ही समेट देने की कोई योजना बनी थी? इस फिल्म का नाम ‘टू जीरो वन फोर’ यानी 2014 अभिनेता जैकी श्रॉफ की इस फिल्म से लीड हीरो के तौर पर बड़े परदे पर वापसी हो रही है। फिल्म के निर्देशक श्रवण तिवारी ने बताया कि टू जीरो वन फोर की कहानी जासूसी थ्रिलर है, जो जासूसों की रिस्क वाली दुनिया की एक झलक भी पेश करती है। यह साहस, साजिश और न्याय की एक काल्पनिक कहानी है और इसे मार्च 2024 में रिलीज के लिए तैयार किया जा रहा है।