मेरठ 11 जुलाई (प्र)। भामौरी गांव में हुए कृष्णा हत्याकांड के आरोपितों मोहित शर्मा और सौरभ ठाकुर को पुलिस ने छुर गांव के बाहरी छोर से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर पिस्टल और तमंचा भी बरामद किया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह डान बनना चाहते थे। बीच सड़क पर इसलिए हत्या की, ताकि पूरे गांव में उनका खौफ कायम हो जाए। तमंचा और पिस्टल उन्होंने गांव के ही विशाल से लिया था। सौरभ के अनुसार, मोहित का भाई कृष्णा की चचेरी बहन से बात करता था। उसका विरोध करने पर ही कृष्णा को मौत के घाट उतार दिया था।
बता दें कि भामौरी गांव निवासी जय सिंह का इकलौता बेटा कृष्णा इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के साथ ही खेती में हाथ बंटाता था। जयसिंह की दो बेटी हैं। कृष्णा कांस्टेबल भर्ती के लिए कोचिंग भी कर रहा था। पांच जुलाई की शाम करीब छह बजे कृष्णा दुकान पर सामान लेने गया था। लौटते समय गांव के ही मोहित और सौरभ ने अभय के मकान के सामने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। कृष्णा की कनपटी पर पहले सौरभ ने पिस्टल और फिर मोहित ने तमंचे से गोली मारी थी। बुधवार को पुलिस लाइंस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि मंगलवार की रात सवा 11 बजे दोनों गांव से भागने की फिराक में थे। दोनों बाइक से जा रहे थे, इसी दौरान छुर गांव के बाहरी छोर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दोनों हत्यारोपितों ने बताया कि मोहित के घर के सामने मंदिर परिसर में कृष्णा शराब पीता था। उसे कई बार रोका, लेकिन वह नहीं माना। कृष्णा के पिता जयसिंह को हिदायत भी दी। उसके बाद भी कृष्णा मंदिर परिसर में ही बैठने लगा। इसे लेकर मोहित के साथ उसका विवाद हुआ था। तब मोहित और सौरभ ने कृष्णा की हत्या की साजिश रची। गांव के ही विशाल पुत्र पवन से तमंचा और पिस्टल खरीदकर वारदात को अंजाम दिया।
आरोपित विशाल भी अवैध असलहा का सौदागर है। वह पहले भी क्षेत्र में कई लोगों को असलहा सप्लाई कर चुका है। पुलिस ने उक्त मुकदमे में विशाल को भी आरोपित बनाया है। नहीं मारते तो कृष्णा हमें मार देता प्रेस कांफ्रेंस में मोहित और सौरभ ने बताया कि कृष्णा से उनकी दोस्ती भी थी। अगर हम उसे नहीं मारते तो वह हमें मार देता ।