मेरठ 03 जुलाई (प्र)। पुलिस लाइन में 68 वीं अन्तर्जनपदीय वैज्ञानिक अनुसंधान एवं पुलिस फोटोग्राफी तीन दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक अपराध ने किया। प्रतियोगिता में मेरठ जोन के प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं।
बुधवार को एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। 68वीं अन्तर्जनपदीय वैज्ञानिक अनुसंधान एवं पुलिस फोटोग्राफी प्रतियोगिता में मेरठ जोन के मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, बागपत, शामली, हापुड़ व मुजफ्फरनगर के 39 प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं। पहले दिन प्रतिभागियों ने उत्साह एवं परिश्रम से अपनी तकनीकी दक्षता एवं वैज्ञानिक कार्यकुशलता का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा विधि विज्ञान विषयक लिखित परीक्षा, घटनास्थल का वैज्ञानिक निरीक्षण, हुलिया वर्णन, साक्ष्य की लेबलिंग, पैकेजिंग एवं फॉरवर्डिंग, क्राइम रूल्स एंड प्रोसीजर पर आधारित लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में विधि विज्ञान प्रयोगशाला, (गाजियाबाद के उप निदेशक डा. राजेन्द्र सिंह, वैज्ञानिक अधिकारी डा. विपिन अशोक, ज्येष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी नरेश सिंह, वैज्ञानिक सहायक रामवीर सिंह ने प्रतिभागियों के तकनीकी ज्ञान, सटीकता एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर मूल्यांकन कियाैं।
एसपी क्राइक अवनीश कुमार ने बताया कि पुलिस कर्मियों की वैज्ञानिक एवं फॉरेंसिक क्षमताओं को विकसित करना, जांच कार्य को तकनीकी दृष्टिकोण से सुदृढ़ बनाना तथा अपराध स्थल पर साक्ष्य संकलन की प्रक्रिया को और अधिक वैज्ञानिक बनाना है। प्रतियोगिता के माध्यम से कर्मियों को न केवल उनके कौशल में वृद्धि का अवसर प्राप्त होता है, बल्कि वे अन्य जनपदों के अनुभवी साथियों से भी बहुत कुछ सीखते हैं। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के उप निदेशक डॉ. राजेन्द्र सिंह ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज के युग में अपराध की जटिलता और तकनीकी प्रकृति को देखते हुए पुलिस को फॉरेंसिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस होना अत्यंत आवश्यक है। ऐसी प्रतियोगिताएं पुलिस कर्मियों को अत्याधुनिक तकनीकी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करती हैं।