आजाद देश के गृहमंत्री रहे लौहपुरूष सरदार पटेल के बाद वर्तमान पीएम मोदी गुजरात से आने वाले दूसरे ऐसे राजनेता के रूप में पहचान बना चुके हैं जिसे पूरा देश और दुनिया मान्यता दे रही है। आज नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के 4077 दिन का कार्यकाल पूरा करने वाली इंदिरा गांधी को 4078 दिन पूरे कर देश के सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले बन गए हैं। बताते चलें कि 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुमत स्वयं और सहयोगियों के साथ जुटाने में सफल मोदी ने आज 25 जुलाई को देश में अपने नाम यह रिकॉर्ड भी कायम कर लिया। क्योंकि इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक लगातार प्रधानमंत्री रहीं। इतना ही नहीं देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू के अलावा एकमात्र नरेंद्र मोदी ही हैं जिन्होंने तीन बार लगातार आम चुनाव जीतकर पीएम का पद संभाला। इससे पूर्व नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम का कार्यकाल जोड़ ले तो वह 24 वर्ष तक शासन चलाने वाले नेता के रूप में स्थापित हैं।
निर्वाचित सरकार (केंद्र और राज्य को मिलाकर) के प्रमुख के रूप में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री हैं
पहले और एकमात्र गैर-कांग्रेसी पीएम, जिन्होंने कम से कम दो कार्यकाल पूरे किए।
एकमात्र ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता जिन्होंने आम चुनाव में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया ।
इंदिरा गांधी (1971 में) के बाद पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा चुने गए।
पंडित नेहरू के अलावा एकमात्र ऐसे पीएम हैं, जिन्होंने किसी पाटी के नेता के रूप में लगातार तीन आम चुनाव जीते हैं।
वे एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्होंने किसी पार्टी के नेता के रूप में लगातार छह चुनाव जीते हैं।
मोदी ने वर्ष 2002, 2007 और 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद वर्ष 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव जीते हैं।
पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद महात्मा गांधी की जयंती पर देश में स्वच्छता अभियान की शुरूआत करने वाले मोदी के अभियान को भले सरकारी अधिकारी पूरा करने में नाकाम नजर आते हों लेकिन यूपी के मलिहाबाद तहसील पंचायत नबी पनाह के प्रधान प्रकाश सिंह के अनुसार फिलहाल 1261 घरों से डोर टू डोर कलेक्शन कर ग्राम पंचायत में कचरे के निस्तारण के लिए सेंटर बनाया गया हैै। जहां खाद बनाने के साथ ही प्लास्टिक का दाना बनाने की मशीन लगाई गई है। दूसरी तरफ पंचायत में सार्वजनिक कार्यक्रमों अथवा भंडारा व शादी के लिए सफाई टीम भेजकर कूड़ा कलेक्शन भी कराया जा रहा हैै खुले में कूड़ा फेकने पर जुर्माने का प्रस्ताव पास किया गया है। नामित अधिकारी स्वच्छता की ऑडिट करते हैं। एक पंचायत के अध्यक्ष द्वारा पीएम के अभियान को सफलता हेतु जो प्रयास किया जारहा है वो अनुकरणीय और सराहनीय है। मेरा मानना है कि सारे देश की पंचायतें प्रधान प्रकाश की तरह काम करने लगे तो पीएम का स्वच्छता अभियान अफसरों की नाकामी के बावजूद कम पैसों में जल्दी गांव गांव में लागू हो सकता है।
पीएम के रूप में मोदी के तीसरे कार्यकाल तक उनके द्वारा जो घोषनाएं की गई थी उन्हें पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं मगर यह कहने में हर्ज महसूस नहीं करता हूं कि उनकी पार्टी के नेताओं की उदासीनता और अफसरों की लापरवाही के चलते शायद कोई भी अभियान पीएम की मंशा के अनुकूल पूरा नहीं हो पाया लगता है। मगर फिर भी हम सबको एक बात तो माननी पड़ेगी कि विपक्षी दलों द्वारा आए दिन सरकार की नाकामी के मुददे उठाए जाने और नौकरशाही के सहयोग ना देने से पीड़ित नागरिकों के बावजूद पीएम मोदी का मैजिक 2027 के यूपी चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव में क्या रंग दिखाएगा वो बाद की बात है लेकिन तीन बार लोकसभा चुनाव जीतकर पीएम बने नरेंद्र मोदी का लोहा आज भी हम सब मान रहे हैं। अगर राजनीति दृष्टिकोण छोड़ दें तो सरकार की कमियां गिनाने वाले मोदी की प्रशंसा करने लगते हैं। यह रहा मोदी की लोकप्रियता का हाल लेकिन अपने कार्यकाल में कई निर्णय ले चुके मोदी ने दुनियाभर में भारत की अलग पहचान दिलाकर सम्मान दिलाया है। आज भारत के बारे में गलत कम लोग बोलते हैं। कुल मिलाकर यह कह सकता हूं कि पीएम के रूप में उनका 4078 दिन का कार्यकाल सफल और उपलब्धियों से परिपूर्ण है। अगर पीएम अपनी कार्यप्रणाली और मजबूत इरादों के साथ अपने नेताओं और अफसरों को जनहित में काम करने और सरकारी योजनाओं को लागू कराने के लिए तैयार कर दें तो सत्ताधारी दल के लोग कहते हैं कि वो इतने वर्ष सरकार चलाएंगे वो सपना पूरा होने मे देर लगने वाली नहीं है। देश के पीएम के रूप में सबसे बड़ा कार्यकाल पूरा करने के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने सबसे बड़ा कार्यकाल किया पूरा सरदार पटेल के बाद पीएम गुजरात से आने वाले लोकप्रिय नेताओं में शुमार; अपने जनप्रतिनिधियों और नौकरशाहों को मजबूर करें तो घोषणाएं योजनाएं हो सकती हैं पूरी
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