शहरों से लेकर देहातों तक सार्वजनिक आयेाजनों के दौरान जिम्मेदारों द्वारा सफाई व अन्य व्यवस्था की जाती रही है लेकिन यह कितने दुख का विषय है कि आज खबरें पढ़ने को मिली कि दशहरा पर धार्मिक स्थलों और कई मुख्य स्थानों पर से पूरी तौर पर कूड़ा नहीं उठवाया गया। दशहरा पर जरा सी बारिश ने सड़कों पर नालों की गंदगी बहाई नागरिकों को रामलीला देखने व अन्य कार्यों के लिए उसके बीच से होकर जाना पड़ा जो इस बात का प्रमाण है कि नगर निगम सफाई नहीं करा पाए। सांसद अरुण गोविल काम कर रहे लगते हैं लेकिन अगर अधिकारियों को पत्र लिखने से पहले आप अपने क्षेत्र का दौरा करें तो पता चलेगा कि सरकार द्वारा बजट दिए जाने के बाद भी ना तो सफाई हो रही है ना सड़कों के गडढे भरे जा रहे हैं। समाचार पत्रों में कूड़े के ढेर के छपे चित्र शर्मनाक की कहे जा सकते हैं। कुछ अधिकारी पीएम सीएम की भावना को समझ नहीं पा रहे हैं इसलिए सांसद जी धार्मिक स्थलों की सफाई के लिए अधिकारियों को साथ लेकर भ्रमण कीजिए जिससे सही स्थिति का ज्ञान हो सके। समाचारों में छपे चित्र व जलभराव के दर्शन व्यवस्था की खामियों को सही प्रकार से दर्शाने के लिए काफी है। सरकार सबकुछ कर रही है आप भी कुछ कीजिए।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
सांसद जी एक बार तो अपने क्षेत्र का भ्रमण करिए ही, दशहरा पर भी ना उठ पाए कूड़े के ढेर, मानक के अनुकूल ना हो पाई सफाई
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