मेरठ/गाजियाबाद 13 नवंबर (प्र)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने दुहाई स्थित नमो भारत डिपो में एक सोलर ऑन ट्रैक योजना की शुरुआत की है। सोलर पैनल डिपो परिसर में कॉरिडोर की पटरियों के बीच में लगाए हैं। ट्रेन के परिचालन को छोड़कर बिजली से जुड़े सभी कार्य सोलर पैनल से होंगे।
पायलट योजना के अंतर्गत दुहाई स्थित नमो भारत डिपो में पिट व्हील ट्रैक पर सोलर पैनल्स लगाए हैं। यहां 70 मीटर लंबे ट्रैक पर 550 वाट पीक के 28 सोलर पैनल लगाए हैं। कुल संयंत्र क्षमता 15.4 किलोवाट पीक है। हर साल 17,500 किलोवाट ऊर्जा पैदा होगी, जिसके परिणामस्वरूप हर साल 16 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि विभाग का लक्ष्य है कि सौर ऊर्जा उत्पादन से नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को बढ़ाया जाए। एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि कुल ऊर्जा आवश्यकताओं का लगभग 70% नवीकरणीय स्रोतों से पूरा किया जाए।
एनसीआरटीसी अपनी सौर नीति के तहत स्टेशनों, डिपो और भवनों की छतों पर 15 मेगावाट पीक इन-हाउस सौर ऊर्जा उत्पादन की योजना पर काम कर रहा है। इसमें से 5.5 मेगावाट सौर ऊर्जा पहले से ही पैदा की जा रही है। इसके साथ ही नमो भारत कॉरिडोर पर वर्षा जल संचयन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम जैसी आधुनिक तकनीकें भी लागू की जा रही हैं, जिससे ट्रेन ब्रेकिंग के दौरान उत्पन्न गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सके।
एनसीआरटीसी की ‘सोलर ऑन ट्रैक’ पहल राष्ट्रीय सौर मिशन के उद्देश्यों के अनुरूप है। साथ ही इसे दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर में स्वच्छ, हरित और सतत परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। इस दौरान एनसीआरटीसी ने कहा कि यह पहल न केवल क्लीन एनर्जी प्रोडक्शन की दिशा में इनावेशन है, बल्कि यह ‘सतत शहरी परिवहन’ के विजन को साकार करने की दिशा में एक और मजबूत कदम है।
