Friday, August 1

मेरठ में लागू होगी न्यू पॉलिसी, पालतू कुत्ते का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

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मेरठ 20 मई (प्र)। नगर निगम जल्द न्यू डॉग पालिसी लागू करने की योजना तैयार कर रहा है। नगर निगम अब पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन पर सख्ती करने जा रहा है। घरों में पलने वाले कुत्तों के साथ बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे डॉग क्लीनिक, ब्रीडिंग सेंटर और ऑनलाइन देशी-विदेशी कुत्ते की खरीद और बिक्री करने वालों को भी रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

नियमावली के अनुसार पालतु कुत्ते को पालने से पहले रजिस्टेशन और टीकाकरण अनिवार्य है। नगर निगम में अभी तक मात्र 340 पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन हुआ है।

2022 में डॉग पालिसी तैयार की थी, जिसे नगर निगम बोर्ड बैठक में पास किया गया था। अभी तक डॉग पालिसी का गजट नोटिफिकेशन नहीं हो पाया है। पालतू कुत्ते के काटने पर जुर्माना राशि 10 हजार रुपये है। नगर निगम में कुत्ते के होने वाले रजिस्टेशन की फीस 5 सौ रुपये है। अस्पताल खोलने का पंजीकरण शुल्क 10 हजार रुपये है। डाग ब्रीडिंग सेंटर खोलने के लिए नगर निगम में होने वाले पंजीकरण शुल्क 15 हजार रुपये है। डॉग क्लीनिक खोलने के लिए पंजीकरण शुल्क 5 हजार रुपये है।

पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा हरपाल सिंह ने बताया कि घरों में कुत्ते पालने के लिए नगर निगम से रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है। जल्द न्यू डॉग पालिसी लागू करने की तैयारी है। इसमें बिना रजिस्ट्रेशन कराए कुत्ता पालने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा।

गर्मी में आक्रामक हुए कुत्ते, 300 मरीज रोजाना
गर्मियों के मौसम में कुत्ते आक्रामक होकर लोगों पर हमला कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में जिला अस्पताल, मेडिकल समेत स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वाले मरीजों की संख्या ओपीडी में हर रोज तीन सौ से ज्यादा पहुंच गई है। सबसे ज्यादा मरीज जिला अस्पताल में एक दिन में 100 से 150 तक पहुंच रहे हैं।

वहीं, मेडिकल अस्पताल की इमरजेंसी में रोजाना 40 से 50 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं। पशु चिकित्सकों का कहना है कि तापमान बढ़ने पर जानवरों के स्वभाव में बदलाव आता है। कुत्ते, बंदर समेत अन्य जानवर आक्रामक हो जाते हैं।

डॉ. संदीप शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया किगर्मी की वजह से जानवरों का स्वभाव बदल जाता है। अगर इनके अनुकूल वातावरण नहीं मिले तो यह आक्रामक हो जाते हैं। ऐसे में यह लोगों पर हमला कर सकते हैं। इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

रेबीज के लक्षण
रेबीज के मरीज को सबसे ज्यादा पानी से डर लगता है। रोगी के मुंह से लार निकलती है। रेबीज घातक बीमारी है। यह कुत्ते या अन्य जंगली जानवरों के काटने से फैलती है।

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