मेरठ 20 मई (प्र)। शहर में निजी निवेश से दो स्टेज कैरिज बस अड्डे शुरू किए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने शहर में पांच-पांच किलोमीटर की दूरी में ये अड्डे खोलने का निर्णय लिया है। प्रत्येक अड्डे का क्षेत्रफल कम से कम दो एकड़ होगा। इनका संचालन और रखरखाव प्राइवेट हाथों में होगा। बस अड्डों से चलने वाली बसों से निर्धारित शुल्क वसूला जाएगा। इस तैयारी के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी। इसमें एसएसपी, नगरायुक्त, संभागीय परिवहन अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। बस अड्डा संचालन करने वाली कंपनी द्वारा बसों से वसूले जाने वाले यूजर चार्ज का निर्धारण कमेटी करेगी।
मेरठ से बुलंदशहर, बागपत, शामली, किठौर, परीक्षितगढ़, मवाना समेत कई मार्गों पर प्राइवेट बसों का संचालन होता है। अधिकतर मार्गों पर चलने वाली बसों का कोई स्थाई बस अड्डा नहीं है। एक हजार से अधिक बसों का सड़कों से ही संचालन हो रहा है। इनमें टूरिस्ट बसें भी शामिल हैं। इस कारण शहर की सड़कों पर जाम रहता है। यात्रियों को सुविधायुक्त बस अड्डे उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने उप्र स्टेज कैरिज बस अड्डा, कांट्रेक्ट कैरिज व आल इंडिया टूरिस्ट बस पार्क की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
उप्र सरकार के प्रमुख सचिव अमित गुप्ता की ओर से जारी गजट के अनुसार देश में सड़कों के विस्तार के साथ पयर्टकों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों को तैयार किया जा रहा है। इसमें प्रमुख सुविधाएं मिलेंगी।
एआरटीओ राजेश कर्दम का कहना है कि शहर में दो स्थानों पर पीपीपी मॉडल पर निजी निवेश से स्टेज कैरिज बस अड्डे, कॉन्ट्रैक्ट कैरिज व ऑल इंडिया टूरिस्ट बस पार्क की स्थापना का शासनादेश प्राप्त हो गया है। इस पर एसओपी तैयार की जाएगी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी अंतिम निर्णय लेगी। नई व्यवस्था से शहर में जाम से भी राहत मिलेगी।
ये मिलेंगी सुविधाएं
यात्रियों के बैठने का उचित स्थान, पुरुष व महिला यात्रियों के लिए शौचालय, स्वच्छ पानी, भोजन के लिए कैंटीन, यात्रियों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, परिसर में सीसीटीवी कैमरे, जनरेटर, पूछताछ केंद्र और बुकिंग काउंटर के साथ ही पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे।