मेरठ/बागपत,30 जून (प्र)। हाईवे पर ट्रक ड्राइवर की हत्या करके सामान सहित ट्रक लूटने वाले गिरोह के बदमाश से नोएडा एसटीएफ और बागपत पुलिस की रविवार देर रात मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदमाश घायल हो गया। उपचार के दौरान घायल बदमाश की मौत हो गई। मृतक की पहचान हिसार के महाराजगंज के खेड़ी निवासी संदीप लोहार के रूप में हुई है। संदीप कानपुर के पनकी थानाक्षेत्र में लगभग चार करोड़ की निकिल प्लेट सहित ट्रक लूटने के केस में वांछित था। उस पर कानपुर पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित था। वह हाईवे पर ट्रक चालकों की हत्या कर लूट की वारदात को अंजाम देता था।
ढेर हुआ बदमाश अब तक ऐसे चार से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका था। आरोपी के खिलाफ हरियाणा के अलग-अलग थानों में 15 और कानपुर के पनकी थाने में एक केस दर्ज था। बड़ी-बड़ी लूट को अंजाम देने वाले संदीप का गैंग काफी बड़ा है। आरोपी की गिरफ्तारी की एसटीएफ की एक टीम बनाई गई थी। पुलिस ने बताया कि टीम को संदीप की लोकेशन बागपत कोतवाली क्षेत्र में मिली थी। इसके बाद संदीप की घेराबंदी शुरू की गई। देर रात स्पेशल ऑपरेशन के दौरान संदीप और उसके साथियों को घेरने का प्रयास किया, इस दौरान टीम पर बदमाशों ने फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लगी, जबकि उसके साथी फरार हो गए। कार्रवाई के दौरान नोएडा एसटीएफ के हेड कांस्टेबल सुनील कुमार को भी गोली लगी है। घायल सिपाही का बागपत जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर है।
संदीप पहलवान को साइको किलर भी कहा जाता था। कुछ महीने पहले पानी के टंकी में डूबने से संदीप की चार साल की बेटी मानसी की मौत हो गई थी। कारोबार करने का प्रयास किया तो वहां भी उसे घाटा हुआ। इसके बाद वह ट्रक चालकों की हत्या करने लगा। हर वारदात से पहले लाश को ठिकाने लगाने की प्लानिंग करता था।
एसटीएफ अधिकारियों का दावा है कि साइको किलर संदीप हत्या करने के बाद मृतक का गला काट देता था। कई मामलों में उसने सीने में गोली भी मारी है। यही नहीं वह वारदात के बाद मृतकों को नहर में फेंक देता था या शव को दफना देता था। हिंसक प्रवृत्ति का होने के कारण परिवार के लोगों ने भी उससे दूरी बना ली थी।
हरियाणा पुलिस ने पूर्व में जब आरोपी संदीप को गिरफ्तार किया तो कई सनसनीखेज खुलासे हुए थे। संदीप पर 8 से ज्यादा ट्रक चालकों की हत्या का आरोप था, जिनमें से कई की लाश भी नहीं मिली थी। संदीप और उसके गैंग में कई ट्रक चालकों की हत्या करने के बाद उनका सिर काट लिया था और लाश को गड्ढे में दबा दिया था। कुछ हत्या करने के बाद लाश को नहर में फेंक दिया जाता था। इतना ही नहीं संदीप हर वारदात से पहले ही लाश को ठिकाने लगाने की प्लानिंग भी करता था।
एसटीएफ की नोएडा यूनिट एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि संदीप पूर्व में पहलवानी करता था। बाद में उसने ट्रांसपोर्ट की नौकरी भी की। 4 साल की बेटी मानसी की पानी की टंकी में गिरने से मौत हो गई थी। ट्रांसपोर्ट का कारोबार भी किया, लेकिन उसे काफी नुकसान हुआ। इसके बाद संदीप ने गैंग बनाया और अपराध की दुनिया में उतर आया।