मेरठ 09 अक्टूबर (प्र)। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बुधवार को ऐतिहासिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया। पीरियड फेस्ट और पैड यात्रा में स्कूली छात्र-छात्राओं उत्साहपूर्वक भाग लिया। एसबीआई फाउंडेशन और सच्ची सहेली द्वारा आयोजित रैली में जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग का विशेष सहयोग रहा।
बुधवार को ढोल-नगाड़ों और नारों के साथ विश्वविद्यालय के गेट से जागरूकता पैड यात्रा निकाली गई। यह एक ऐसी यात्रा थी जो सिर्फ कदमों की नहीं, बदलाव की आहट थी। सशक्त छात्राएं और संवेदनशील माहवारी जैसे मुद्दे पर खुलकर आवाज उठा रहे थे। रैली में शिक्षक और समाज के प्रतिष्ठित लोग भी बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे।
तेजगढ़ी चौराहा से लेकर सीसीएसयू के नेताजी सुभाष चंद्र बोस ऑडिटोरियम तक रंग-बिरंगे पोस्टरों, मुस्कुराते चेहरों और जोश भरी आवाजों के बीच यह संदेश गूंज उठा। इसके बाद स्टेज पर डांस, ड्रामा और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। हेल्थ एक्सपर्ट्स और मेंस्ट्रुअल एजुकेटर्स ने बच्चों को मेंस्ट्रुअल हेल्थ एंड हाइजीन पर जागरूक किया।
एसबीआई फाउंडेशन एमडी संजय प्रकाश ने कहा कि एसबीआई को इस पहल से जुड़कर गर्व है, जिसने हमारी बेटियों को सशक्त बनाया और मासिक धर्म को एक प्राकृतिक प्रक्रिया के रूप में स्वीकारने में मदद की। संयुक्त मजिस्ट्रेट डॉ. दीक्षा ने कहा कि यह जरूरी है कि हमारी बेटियां ही नहीं, बेटे भी शरीर में होने वाले प्राकृतिक बदलावों को समझें। यह पहल समाज को अधिक जागरूकता और स्वीकार्यता की ओर ले जा रही है। संस्थापक, सच्ची सहेली डॉ. सुरभि सिंह ने कहा कि आज हम सब यहां उन दीवारों को तोड़ने और उस शर्म की बेड़ियों को तोड़ने के लिए एकजुट हुए हैं, जिन्होंने हमें कभी पीछे रोके रखा था।
