पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी के कार्यकाल में विशेष सुर्खियों में आए वर्तमान में कांग्रेस के ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा द्वारा दिए जाने वाले बयानों से पूर्व में कई बार कांग्रेस की फजीहत हो चुकी है। नया मामला उन्हें घर जैसा ही लगता है पाकिस्तान और रिश्ते सुधारने की दी गई नसीहत से एक बार फिर भाजपा को कांग्रेस पर राजनीतिक हमले करने का मौका मिल गया है।
एक खबर के अनुसार कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने फिर विवादास्पद बयान दिया है। शुक्रवार को एक न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने कहा- मैं पाकिस्तान गया। मुझे वहां घर जैसा महसूस हुआ।
उन्होंने नेपाल से लेकर बांग्लादेश तक की तारीफ की है। कहा- मैं बांग्लादेश गया, नेपाल गया, मुझे वहां भी घर जैसा महसूस होता है। मुझे ऐसा नहीं लगा कि मैं विदेशी धरती पर हूं। वे मेरे जैसे दिखते हैं, मेरे जैसे ही बात करते हैं, उन्हें हमारे गाने पसंद हैं, हम सबका खाना एक जैसा है। हमें उनके साथ शांति और सौहार्द के साथ जीना सीखना चाहिए।
उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि अपने पड़ोसियों के साथ बातचीत को प्राथमिकता दी जाए। पित्रोदा ने कहा कि भारत की विदेश नीति की शुरुआत पाकिस्तान समेत पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को मजबूत करने से होनी चाहिए।
विवाद बढ़ने के बाद सैम पित्रोदा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनका बयान सिर्फ भारत और पड़ोसी देशों के साझा इतिहास और रिश्तों पर जोर देने के लिए था। उनका इरादा किसी को दुख पहुंचाना या आतंक और तनाव जैसी समस्याओं को नजर अंदाज करना नहीं था। पित्रोदा ने कहा कि उनकी कोशिश हमेशा ईमानदारी से बात करने, समझदारी दिखाने और जिम्मेदार विदेश नीति पर ध्यान दिलाने की रही है। अगर उनकी बातों से किसी को दुख या भ्रम हुआ है, तो वह साफ करना चाहते हैं कि ऐसा उनका मकसद नहीं था।
अपने लोकतंात्रिक देश में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है तो फिर सैम पित्रोदा तो कांग्रेस शासनकाल में प्रमुख शख्सियत थे मगर लगता है कि अब उन पर बुढ़ापे का असर आने के साथ ही या तो जबान फिसलने लगी है या उनके कथन से कांग्रेस को कितना नुकसान होगा यह बात वो भूल गए हैं। सैम जी पिछले कुछ सालों में सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में राहुल गांधी प्रियंका गांधी व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा काफी मुश्किल से अपने खोए जनाधार को वापस लाने में थोड़ी कामयाबी हासिल की है। राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता है। इसलिए आपसे अनुरोध है कि कांग्रेस के सामने और मुसीबत खड़ी ना हो इसके लिए आप इसके सभी पदों से इस्तीफा देकर कुछ भी बोलें मगर कांग्रेस में रहते हुए ऐसी बातें ना करें कि देश का मतदाता आपको संरक्षण देेने की बात को ध्यान में रखते हुए कांर्ग्रेस पार्टी से दूरी ना बना ले। अब यह आप सोच लें कि कांग्रेस के हित की बात कर रहे हैं या उसके खिलाफ माहौल बनाने की जो भी हो आप प्रमुख शख्सियत हैं यह तय करने में आप तो सक्षम होंगे ही।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
लगता है बुढ़ा गए हैं पित्रोदा! कांग्रेस की स्थिति नहीं सुधार सकते तो मतदाता को उससे नाराज करने का काम ?
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