मेरठ 26 फरवरी (प्र)। आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिटी स्टेशन के प्रस्तावित नए भवन की वर्चुअली आधारशिला रखी। उन्होंने स्टेशन के नए भवन का शिलान्यास कर जनसभा को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि मेरठ सिटी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। 110 साल पहले अंग्रेज हुकूमत में बने सिटी स्टेशन की 473 करोड़ रुपये से सूरत बदलेगी।
बता दें कि स्टेशन को चार मंजिला बनाया जाएगा। नए स्टेशन की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार कर ली गई है। जल्द ही पुराने भवन को तोड़कर नए स्टेशन भवन का निर्माण शुरू किया जाएगा। नया स्टेशन तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना के द्वितीय चरण में मेरठ सिटी स्टेशन को शामिल किया गया है। मेरठ सिटी स्टेशन को विश्व स्तरीय श्रेणी का बनाया जाएगा। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव इसकी घोषणा कर चुके हैं। 473 करोड़ रुपये नए स्टेशन बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने जारी किए हैं।
मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन परिसर में पीएम मोदी का वर्चुअल कार्यक्रम सुनने के लिए दो बड़ी स्क्रीन लगाई गईं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सहकारिता मंत्री बीएन वर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम में भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत बाजपेयी, विधायक अमित अग्रवाल आदि जनप्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान मेरठ कंकरखेड़ा रेलवे फाटक पर अंडरपास का भी शिलान्यास किया। यहां अंडरपास बनने के बाद रेलवे फाटक को बंद किया जाएगा। मेरठ-करनाल हाईवे पर रेलवे ओवरब्रिज पहले ही बन चुका है।
सिटी स्टेशन से अप की 36 और डाउन की 37 ट्रेनों समेत 73 ट्रेन रोजाना गुजरती हैं। मेरठ से प्रतिदिन 16 हजार से 18 हजार तक यात्री ट्रेनों में यात्रा करते हैं। दिल्ली-मेरठ-सहारनपुर रेल खंड पर स्थित मेरठ सिटी जंक्शन से हापुड़-खुर्जा रेल मार्ग भी जुड़ता है।
नए स्टेशन को 1857 की क्रांति धरा के अनुरूप बनाया जाएगा। स्टेशन परिसर में जनपद के शहीद क्रांतिकारियों की तस्वीर लगी होगी। जिले के ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक स्थलों की झांकियां भी स्टेशन पर प्रदर्शित की जाएंगी। महाभारत काल की तमाम स्मृतियां भी यहां देखने को मिलेंगी।
चारमंजिलें स्टेशन में तीसरी और चौथी मंजिल पर होटल बनाएं जाएंगे। फुटओवर ब्रिज की जगह कॉन्कोर्स बनेगा। एस्केलेटर लगेंगे। कॉन्कोर्स से न सिर्फ यात्री प्लेटफार्म पर आवागमन कर सकेंगे, बल्कि खानपान व जरूरी सामान भी खरीद सकेंगे। स्वचालित सीढ़ियों से कॉन्कोर्स पर आना-जाना सुगम होगा।
साधारण व वातानुकूलित वेटिंग रूम उच्चीकृत होंगे। सबसे नीचे रेलवे लाइन होंगी। प्लेटफार्मो को भी बड़ा किया जाएगा। टिकट विंडो के पास लॉज बनेगा, जहां यात्री बैठ सकेंगे। सरकुलेटिंग भी सुंदरीकरण बनेगा।