Sunday, September 15

मेरठ जेल में मनाया रक्षाबंधन पर्व, महिला बंदियों ने जेल अधीक्षक को बांधी राखी

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मेरठ 20 अगस्त (प्र)। मेरठ के जिला जेल में भी रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह 7 बजे से जेल में बहनों का आना शुरू हो गया था। शाम 5 बजे तक बहनें जेल में बंद भाई को राखी बांधने आई। वहीं जेल में 40 महिला बंदियों के भाई उनसे मिलने नहीं आ पाए उनसे वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा व जेल स्टाफ ने राखी बंधवाई।


बता दे जेल में रक्षाबंधन मना रहे भाई, बहन जब एक दूसरे से मिले तो बरबस आंखें भर आईं। आज किस्मत उन्हें इस मोड़ पर ले आई कि जेल में राखी बांधनी पड़ रही है। ऐसे में बहनों ने भइया से जुर्म की दुनिया छोड़ने का उपहार मांगा। गीली आंखें, कलाई पर राखी बांधती बहन ने यही कहा कि अब अपराध छोड़ दे यही वादा लिया।

वही मेरठ जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने कहा कि शासन के नियमानुसार जेल में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक बहन, भाई आकर राखी बंधवा सकते हैं। बहनों के बैठने के लिए टेंट, कुर्सी की व्यवस्था की गई। उन्हें पानी, बिस्किट और चाय उपलब्ध कराया गया। जो बहनें राखी, रोली, चावल नहीं ला पाईं उन्हें जरूरत पर जेल प्रशासन की ओर से बहनों को राखी, रोली, चावल दिए गये। जहां त्यौहार के अवसर पर जेल में बंदियों के लिए पक्का खाना पूड़ी, सब्जी और मिष्ठान लंच में दिया गया। जेल में महिला बंदियों ने रोजगार मिशन के तहत 800 से ज्यादा राखियां अपने हाथों से तैयार की गई। इन राखियों का स्टॉल भी लगाया गया। इस बार बाहर से मिठाई लाकर त्योहार मनाने की इजाजत थी। जेल प्रशासन द्वारा खुद अपनी ओर से जेल में ही मिठाई तैयार कराई गई। यही मिठाई कैदियों की बहनों, भाइयों को दी गई। बहनें जो मिठाई बाहर से ला रही थी उसको जेल में अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा और जेल सिक्योरिटी दोनों के लिहाज से इस बार बाहरी मिठाई की अनुमति नहीं है। जेल प्रशासन की ओर से मिठाई की व्यवस्था की गई बाहर एक स्टॉल लगाया गया। उससे बहनों ने मिठाई लेकर पर्व मनाया।

हालांकि अभी तक किसी बंदी के लिए पोस्टल राखी नहीं आई है। जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन मनाने के लिए हाई सिक्योरिटी लगाई। इस बार राखी बांधने के लिए जेल में 4 शिफ्ट तय की गई हैं। पहली 2 शिफ्ट में बंदियों को राखी बांधने आ रही बहनों की मुलाकात हुई। तीसरी शिफ्ट में जेल में बंद बहन से राखी बंधवाने आए भाईयों की मुलाकात कराई गई।

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