मेरठ 04 नवंबर (प्र)। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ चल रहा कर्मचारियों का धरना सोमवार को क्रमिक अनशन में बदल गया। कर्मचारियों ने आरएम पर अभद्रता और गलत तरीके से कर्मचारियों के निलंबन करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरपार की लड़ाई की घोषणा की है। उधर परिवहन निगम मुख्यालय ने क्षेत्रीय प्रबंधक को कर्मचारियों से वार्ता करके धरना समाप्त करने के निर्देश दिए हैं।
उप्र रोडवेज कर्मचारी संघ के तत्वावधान में पिछले शनिवार से क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के बाहर कर्मचारियों का धरना चल रहा है। सोमवार को कर्मचारी सुशील कुमार और संजय कुमार क्रमिक अनशन पर रहे। संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष भारत भूषण, उपाध्यक्ष सत्यपाल सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप नायक डीजल कटौती और कम यात्रियों के नाम पर चालकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर रहे हैं। बहाली के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। कर्मचारियों की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर संघ के पदाधिकारी पूर्व में क्षेत्रीय प्रबंधक से मिलकर भ्रष्टाचार बंद करने और कर्मचारियों का शोषण न करने की मांग की थी। उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव करने की बजाय, कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि जब तक विभाग में भ्रष्टाचार और कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद नहीं होगा तब तक कर्मचारियों का धरना जारी रहेगा। इस अवसर पर अनुज कुमार, सुशील कुमार, गणेश, संदीप, हेमंत वर्मा, मनोज शर्मा, अशोक कुमार आदि रहे।
उधर क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप नायक का कहना है कि बस चालक और परिचालकों से डीजल और यात्री किराए से होने वाली आय का हिसाब लेना हमारी जिम्मेदारी है। हम इनसे हिसाब मांगते हैं तो कर्मचारी उत्पीड़न का आरोप लगाते हैं। अगर इनके आरोप सही हैं तो साक्ष्यों के साथ मुख्यालय में शिकायत करें। कर्मचारियों के आरोप निराधार हैं। कर्मचारियों की मांग के अनुरूप मुख्यालय को पत्र भेजकर किसी अधिकारी को वार्ता के लिए नियुक्त करने की मांग की है।
