मेरठ 06 नवंबर (प्र)। रेलवे रोड जैन धर्मशाला के दुकानदार मंगलवार को सड़क पर उतर आए और उन्होंने विरोध में पोस्टर भी लगाए दुकानदारों ने प्रबंध समिति पर मनमानी का आरोप लगाया।
दुकानदारों का कहना है कि वे 35-40 साल से काबिज हैं और अब नोटिस थमाकर हटाया जा रहा है, जबकि सौ साल से भी पुरानी इमारत को मनमानी के नाम पर ध्वस्त कर बहुमंजिला कॉम्पलेक्स बनाने की तैयारी है। बाद में नगर निगम और मेरठ विकास प्राधिकरण में भी ज्ञापन दिया।
मंत्री प्रमोद जैन की ओर से धर्मशाला के कई भाग पूर्ण रूप से जर्जर बताकर इसके गिरने से जान माल के नुकसान की आशंका व्यक्त करते हुए मेडा में नक्शा स्वीकृत कराने को अर्जी लगाई गई। मेडा ने तीन शर्तों के साथ अनुमति जारी कर दी। मंगलवार को दुकानदार ताराचंद शरद अरोड़ा, निखिल स्वामी, हनी अरोड़ा, मनोज जिंदल व सुरेश मोदी ने अपनी दुकानों के बाहर प्रबंध समिति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बैनर, पोस्टर लगा दिए। दुकानदारों का कहना है कि बिना मानचित्र स्वीकृति के हमारी दुकानें तोड़कर बहुमंजिला व्यावसायिक कॉम्पलेक्स बनाने के लिए दुकानदारों को बेदखली का नोटिस दिया गया है। इस दौरान संदीप शर्मा, प्रवेश जैन, अंकित जैन, मनोज त्यागी, साहिल, अभिषेक दि मौजूद रहे।
जैन मंदिर के मामले में वाद दायर
पंचायती दिगंबर जैन मंदिर सदर का एक अन्य मामला अब कोर्ट पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक वेस्टर्न कचहरी रोड निवासी शरद जैन ने सिविल जज सीनियर डिवीजन मेरठ के कोर्ट में बाद योजित किया है। इस बाद में उन्होंने जैन मंदिर सदर दुर्गाबाड़ी को पक्षकार बनाया है। संवाद सौ साल पुरानी धर्मशाला की मरम्मत की जानी है। इसमें कोई भी निर्माण नहीं किया जा रहा है। एक भी ईंट नहीं लगी, कोई भी आकर देख सकता है। धर्मशाला किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि समाज की है। किरायेदारों को निकालने का पूरा अधिकार भी समिति को है।
सुरेश जैन ऋतुराज, अध्यक्ष, श्री प्रबन्धकारिणी कमेटी दिगम्बर जैन बिरादरी