लखनऊ 30 अक्टूबर। राजधानी लखनऊ संजय गांधी पीजीआई में बीजेपी के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद के बेटे की इमरजेंसी में मौत हो गई. आरोप है कि गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे पूर्व सांसद अपने बेटे को पीजीआई लेकर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें बेड नहीं मिला, जिसकी वजह से इलाज नहीं मिल सका और मौत हो गई. मामला सामने आने के बाद पीजीआई निदेशक ने जांच कमिटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि बांदा लोकसभा सीट से 2014 में सांसद चुने भैरव प्रसाद मिश्रा अपने बेटे प्रकाश मिश्रा को लेकर पीजीआई पहुंचे थे, लेकिन लाख गिड़गिड़ाने के बाद भी उनके बेटे को इमरजेंसी में एडमिट नहीं किया गया. इलाज के आभाव में बेटे ने दम तोड़ दिया. पूर्व सांसद ने बताया कि उनका बेटा प्रकाश मिश्रा गुर्दे की बीमारी से जूझ रहा था. तबीयत बिगड़ने पर वह शनिवार की रात लखनऊ के पीजीआई पहुंचे थे.
उन्होंने बताया कि वे इमरजेंसी मेडिकल अफसर के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर ने बेटे को हाथ तक नहीं लगाया. जिसके बाद थोड़ी डेरे में बेटे की मौत हो गई. बेटे की मौत से नाराज पूर्व सांसद समर्थकों संग इमरजेंसी में ही धरने पर बैठ गए. जिसके बाद निदेशक डॉ आरके धीमान और सीएमएस डॉ संजय धिराज के साथ मौके पर पहुंचे और पूर्व सांसद को जांच का आश्वासन देकर धरना खत्म करवाया. जिसके बाद पूर्व सांसद अपने बेटे का शव लेकर चित्रकूट चले गए, जहां रविवार शाम को उनका अंतिम संस्कार किया गया. उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए निदेशक डॉ आरके धीमान ने जांच कमिटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट तलब की है.