मेरठ 10 सितंबर (प्र)। शासन और डीजीपी कार्यालय ने वेस्ट यूपी में अपराध माफिया की निगरानी और कार्रवाई के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी दी है। जिला पुलिस के अलावा इन अपराध माफिया के गिरोह में शामिल अपराधियों को चिन्हित करते हुए इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया है। खास तौर पर गौतमबुद्धनगर, बागपत और मेरठ के अपराधियों को इस लिस्ट में शामिल किया है। जोन स्तर पर भी चिन्हित अपराध माफिया पर कार्रवाई के लिए कहा है।
यूपी सरकार ने बड़े स्तर पर संगठित अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को अपराध माफिया घोषित किया था। प्रदेशभर में 65 अपराधियों के नाम इस लिस्ट में शामिल किए थे। लिस्ट में वेस्ट यूपी से 22 अपराधियों के नाम हैं, जिनकी गिनती दुर्दात अपराधियों के रूप में होती है। इनमें से संजीव जीवा की गैंगवार में पूर्व में मौत हो चुकी है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार इनमें से कुछ गिरोह के पास एके-47 और हथियारों की खेप है। ज्यादातर अपराध माफिया सलाखों के पीछे हैं। हालांकि कुछ गिरोह अभी भी सक्रिय हैं और यूपी पुलिस ने इनकी घेराबंदी कर दी है।
शासन और डीजीपी कार्यालय की ओर से एसटीएफ को लगाया है। प्रदेश स्तर पर चिन्हित अपराध माफिया और उनके गिरोह के सदस्यों की निगरानी कार्रवाई के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी दी गई है।
इनमें बागपत के सुनील राठी गैंग, विक्की सुनहेड़ा गैंग समेत मेरठ के – उधम सिंह और योगेश भदौड़ा का नाम है। वहीं, मुजफ्फरनगर के सुशील मूंछ, सहारनपुर के हाजी इकबाल, गौतमबुद्धनगर के सुंदर भाटी और रणदीप भाटी समेत कुछ अन्य के नाम हैं। इन सभी गिरोह के सदस्यों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया है। जेल से इनका नेटवर्क तोड़ने के लिए भी कवायद की जा रही है।
जोन स्तर पर भी बनी है लिस्ट
जोन स्तर पर भी अपराध माफिया की लिस्ट बनी है। इनमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर सनी काकरान का नाम शामिल है, जो कंकरखेड़ा का निवासी है। सनी के साथ उसका साथी अतुल जाट काम करता है और दोनों ने मिलकर मेरठ में कई हत्या की हैं। कोतवाली निवासी हिस्ट्रीशीटर सलमान भी इसी लिस्ट में हैं। इसके अलावा भी कई नाम हैं।