Monday, August 11

पलायन कर गए वाल्मीकि परिवारों को दबंगों ने गांव में जाने से रोका

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मेरठ 08 अगस्त (प्र)। मोहिउद्दीनपुर के जसवंतपुरा में रिटायर्ड होमगार्ड के बेटे की गर्दन काटकर सरेशाम हत्या किए जाने के मामले में आक्रोशित भीड़ के द्वारा आरोपियों के घर पर हमला बोले जाने के बाद आधा दर्जन वाल्मीकि परिवार दहशत में अपने घरों पर ताले लगाकर चले गए थे। हत्या में आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है इसलिए ये परिवार अब वापस आना चाहते हैं, लेकिन दबंग जाटव समाज के लोग इन परिवारों को वापस नहीं आने दे रहे हैं। इस पर वाल्मीकि समाज के ये परिवार वापस घर में प्रवेश दिलाने की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचें एसएसपी के न मिने पर कार्यालय में शिकायती पत्र दिया।

परतापुर थाना क्षेत्र मोहिउद्दीनपुर के जसवंतपुरा में गत 31 जुलाई की शाम रिटायर्ड होमगार्ड रामनिवास जाटव के बेटे ऋतिक की रोहित वाल्मीकि ने छुरे से गर्दन काटकर हत्या कर दी थी। जबकि मृतक का भाई हरीश गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसमें पीड़ित पक्ष की ओर से नौ लोगों को नामजद किया गया था। हत्याकांड से आक्रोशित जाटव समाज के लोगों ने आरोपी पक्ष के घर पर धावा बोल दिया था। जिस पर परिवार अपने घर पर ताला लगाकर फरार हो गया था। पोस्टमार्टम के बाद ऋतिक का शव रखकर चार घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया गया था। जाटव समाज के दबाव के चलते वाल्मीकि समाज के आधा दर्जन से अधिक परिवार अपने घरों पर ताला लगाकर चले गए थे। इस मामले में हत्यारोपी रोहित वाल्मीकि समेत पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके चलते घरों पर ताला लगाकर गए वाल्मीकि समाज के परिवार अब वापस जसवंतपुरा आने के इच्छुक हैं। आरोप है कि हत्याकांड में नामजद नौ आरोपियों के परिजनों को अब गांव में उनके घरों पर वापस आने से रोका जा रहा है। घर वापसी कराए जाने की मांग को लेकर आज इन परिवार के लोग एसएसपी ऑफिस पहुंचें, लेकिन तब तक एसएसपी डा. विपिन ताड़ा ऑफिस से जा चुके थे। इसके बाद इन वाल्मीकि परिवारों एसएसपी कार्यालय में शिकायती पत्र दिया।

पत्र में बताया कि वे घर पर वापस आना चाहते हैं, लेकिन आते ही उनके साथ मारपीट और बदतमीजी की जा रही है। नौ नामजदों के परिवारों के सदस्यों को गांव में जान से रोका जा रहा है। उनको जान से मारने व उनकी सम्पत्तियों को जलाने की धमकी दी जा रही है। पीड़ित वाल्मीकि परिवारों ने ग्राम में पूर्ण स्थापित कराने तथा आवश्यक कार्रवाई की मांग की। इस दौरान संतलाल, महेंद्र, बेदू, कामेश, जितेंद्र, मलेथ, प्रवीण कुमार, दीपक, अनुज के अलावा काफी महिलाएं शामिल रहीं।

दूसरी ओर, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि किसी भी परिवार को उसके अपने घर पर रहने से जबरन नहीं रोका जा सकता है। अगर ऐसा कोई व्यक्ति करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऋतिक हत्याकांड में पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है।

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