मेरठ 16 अक्टूबर (प्र)। सरधना के ऐतिहासिक रोमन कैथोलिक चर्च में प्रतिवर्ष होने वाले कृपाओं की माता के महोत्सव का चर्च प्रशासन ने कार्यक्रम जारी कर दिया। इस वर्ष 30 अक्तूबर को ध्वजारोहण व प्रार्थना के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। उसके बाद प्रतिदिन नौरोजी प्रार्थना होगी। 8 और 9 नवंबर को विशेष प्रार्थना होगी जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में झांसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष फादर विल्फ्रेड मोरस शामिल होंगे। चर्च प्रबंधक फादर क्लेरियन पिंटो और फादर मार्टिन रावत ने बताया कि महोत्सव का शुभारंभ 30 अक्तूबर को शाम 4 बजे ध्वजारोहण से होगा। इसके उपरांत प्रतिदिन संध्या 4 बजे नौरोजी प्रार्थना और पवित्र मिस्सा बलिदान होगा।
मुख्य कार्यक्रम 8 नवंबर शनिवार सुबह 8 बजे पवित्र मिस्सा बलिदान, शाम 4 बजे विशेष प्रार्थना, शाम 6 बजे पंजाबी भाषा में पवित्र मिस्सा, रात 8 बजे प्रार्थना सभा होगी। वहीं, 9 नवंबर रविवार सुबह 6 बजे पवित्र मिस्सा बलिदान, 10 बजे धर्माध्यक्षीय समारोही मिस्सा बलिदान और मुख्य अतिथि का संबोधन होगा। दोपहर 3 बजे माता मरियम के तबर्रुक (रेलिक) के साथ भव्य शोभायात्रा चर्च से संत चार्ल्स कॉलेज बेगम के महल तक निकाली जाएगी। समापन पर पवित्र यूखरिस्त की आशीष दी जाएगी। बीमारों व धार्मिक वस्तुओं की विशेष आशीष प्रार्थना होगी। देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने और विश्राम के लिए अनेक स्थलों पर पंडाल बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
चर्च परिसर को लाइटों से सजाया जाएगा कृपाओं की माता मरियम अस्पताल, संत चार्ल्स इंटर कॉलेज, सेमिनरी, चर्च परिसर में दो पंडाल, चर्च परिसर, प्रवेश द्वार और प्रार्थना स्थल को सैकड़ों एलईडी लाइटों से भव्य रूप से सजाया जाएगा। भक्ति, संस्कृति और विरासत का संगम सरधना स्थित यह रोमन कैथोलिक चर्च न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हर वर्ष यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता मरियम से कृपा प्राप्ति हेतु एकत्र होते हैं। इस महोत्सव के माध्यम से श्रद्धा, भक्ति, सेवा और सामाजिक एकता का संदेश फैलता है।
