मेरठ 08 अक्टूबर (प्र)। प्रदेश सरकार और प्रदेश की जनता को मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले 594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है। अच्छी खबर यह है कि इसका मेरठ से बदायूं तक का 130 किमी लंबा पहला हिस्सा नवंबर में वाहनों के आवागमन के लिए बनकर तैयार हो जाएगा। अनुबंध के मुताबिक यह काम 12 अक्टूबर तक पूरा होना था, लेकिन बरसात ने इसमें विलंब कर दिया। दावा है कि मार्ग का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। सिंभावली में रेलवे ओवरब्रिज की एप्रोच रोड का निर्माण जारी है, जिसे अक्टूबर अंत तक पूरा हो जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे के मेरठ से बदायूं तक के पहले भाग का निर्माण यूपीडा की परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीआइयू) और संचालनकर्ता एजेंसी आरआरबी की देखरेख में एलएंडटी कंपनी कर रही है। यूपीडा और आरआरबी अधिकारियों का दावा है कि पहले भाग का काम लगभग पूरा हो गया है। केवल सिंभावली में रेलवे ओवरब्रिज की एप्रोच रोड का काम जारी है। अन्य सभी पुल, अंडरपास, इंटरचेंज बनकर तैयार हैं। आरओबी के निर्माण में एक लाख घन मीटर मिट्टी लगेगी।
लगे स्वागत बोर्ड और स्पीड मीटर
गंगा एक्सप्रेसवे का प्रवेश स्थल हापुड़ रोड पर किमी 16 पर गांव बिजौली में है। मेरठ जनपद की सीमा में इसकी लंबाई 15 किमी है। इस पर स्वागत बोर्ड और संकेतक बोर्ड लग गए हैं। कई स्थानों पर स्पीड मीटर लगाए हैं। स्ट्रीट लाइटें लगा दी गई हैं। खड़खड़ी में टोल बनाकर बूथों में उपकरण हैं। कंट्रोल रूम तथा कैमरे इन्हें इंटरनेट से जोड़ा है।
मेरठ-बदायूं के बीच पुलों की संख्या
माइनर ब्रिज 28
मेजर ब्रिज 5
रेलवे ओवरब्रिज फ्लाईओवर 9
छोटे बड़े कुल अंडरपास 117
कुल पुलों की संख्या 161
जिले में पुलों की संख्या
मेजर ब्रिज 1
फ्लाईओवर 2
छोटे बड़े कुल अंडरपास 11
कुल पुलों की संख्या 14
परियोजना निदेशक आरआरबी अनूप कुमार का कहना है कि लंबी बरसात ने काम प्रभावित किया। हालांकि एक्सप्रेसवे का अधिक काम पूरा हो गया है। सिंभावली रेलवे ओवरब्रिज की एप्रोच रोड का काम भी अक्टूबर अंत तक पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे पर स्ट्रीट लाइट, के स्पीड मीटर, कंट्रोल रूम, टोल बूथ पर उपकरण लगाने का काम लगभग पू सर्वर भी लग गया है। इंटरनेट कनेक्टिविटी दे दी है। नवंबर में एक्सप्रेसवे के लिए तैयार हो जाएगा।