मेरठ 10 जून (प्र)। सरधना में लगने वाले ऐतिहासिक मेला बूढ़ा बाबू के आयोजन को लेकर चल रही अटकले सोमवार को दूर हो गई। नगर पालिका में आयोजित की गई बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच कुछ कार्यक्रमों को प्रायोजक द्वारा तथा छोटे कार्यक्रम पालिका द्वारा आयोजित करने पर सहमति बनी। ताकि मेला आयोजन में आय और व्यय के बीच संतुलन बनाए जा सके। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा की गई।
सोमवार को नगर पालिका में आयोजित की गई बोर्ड बैठक समय से एक घंटा देर चार बजे शुरू की गई। बोर्ड बैठक में मुख्य रूप से ऐतिहासिक मेला बूढ़ा बाबू पर चर्चा की गई। अधिशासी अधिकारी दीपिका शुक्ला ने कहा कि मेला आयोजन में आमदनी कम और खर्च ज्यादा है। आय और व्यय के बीच असंतुलन होने के कारण बड़े कार्यक्रम करना संभव नहीं है। जिसको लेकर सभासदों और ईओ बीच खासी निकझौक हुई। सभासद फरमान अंसारी ने अधिशासी अधिकारी को खूब सुनाई।
फरमान का आरोप था कि अधिशासी अधिकारी बोर्ड सदस्यों के साथ अभद्रता से पेश आती हैं। हालांकि बोर्ड बैठक में मौजूद विधायक अतुल प्रधान ने किसी तरह मामला शांत कराया। काफी देर तक मेले में होने वाले कार्यक्रम को लेकर हंगामा चलता रहा। आखिर में तय किया गया कि जिन कार्यक्रमों के प्रायोजक मिल रहे हैं, उनको प्रायोजकों के द्वारा ही आयोजित कराया जाएगा। अन्य बड़े कार्यक्रम आधे बजट में आयोजित करने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा छोटे कार्यक्रम नगर पालिका अपने फंड से कराएगी ताकि मेला आयोजन में आय और व्यय के बीच संतुलन बना रहे।
बोर्ड बैठक में तय किया गया कि मेला आगामी 20 जून से शुरू किया जाएगा। जो 22 दिन यानी 12 जुलाई तक चलेगा। 12 जुलाई को मेला समापन कर दिया जाएगा। क्योंकि उसके बाद कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। हालांकि मेले में होने वाले कार्यक्रमों की तारीख तय नहीं हो सकी। बोर्ड बैठक में विधायक अतुल प्रधान, चेयरपर्सन सबीला बेगम, सभासद शानू जैन, शहजाद सितारा, संजय सोनी, राहुल पाल, फरमान अंसारी, शाहिद मलिक, अंजलि, नेहा टाली, तारिक हसन, खालिद अंसारी आदि मौजूद रहे।